शाहजहांपुर।। पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने मंगलवार को पाकड़ चौकी प्रभारी और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया। आरोप है की इन लोगों ने एक दलित युवक को थर्ड डिग्री दी है। एसपी ने इनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही के आदेश दिए हैं। थाना चौक कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला रोशनगंज निवासी ताराचंद ने सोमवार को पुलिस अधीक्षक से शिकायत करते हुए बताया था की बाल्मीकि समाज में दसवां संस्कार के दिन सुअर के मीट का प्रचलन है। वो सुअर का मीट बेचते है। बीते रविवार को उसके चाचा नन्दकुमार एक दसवां संस्कार के लिए मीट देने के लिए दुकान से निकल रहे थे।
तभी अचानक पुलिस कर्मी आए और उनके चाचा को घसीटते हुए पकड़ ले गए। आरोप था की पाकड़ चौकी प्रभारी दिनेश चंद्र, सिपाही ऋषिपाल तथा सुमित सैनी नन्दकुमार के साथ गाली गलौज की तथा लाठी डंडे और पटे बुरी तरह से पिटाई की। नन्दकुमार को छोड़ने की एवं में पुलिस कर्मियों ने बीस हजार रुपये लिए। पुलिस की पिटाई से नन्दकुमार के सीने में दर्द और उठने बैठने में भी उनको दिक्कतें है। पीड़ित को कल राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था, जहां उनका उपचार चल रहा है।
पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक नगर सुधीर जयसवाल को सौंपी थी।एएसपी ने जांच में प्रथम दृष्टया पाकड़ चौकी प्रभारी दिनेश चंद्र, आरक्षी ऋषिपाल अत्री व आरक्षी सुमित सैनी को दोषी पाया और जांच आख्या पुलिस अधीक्षक मीणा को सौंप दी। पुलिस अधीक्षक ने मंगलवार की देर शाम घटना में दोषी चौकी प्रभारी दिनेश चंद्र आरक्षी ऋषिपाल अत्री तथा आरक्षी सुमित सैनी को तत्काल निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही का आदेश दिए हैं।