देहरादून। देश के पीएम मोदी ने आज उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में 18 हजार करोड़ रुपये की लागत से 18 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इन परियोजनाओं में दिल्ली-देहरादून आर्थिक गलियारा भी शामिल है। इस दौरान देवभूमि के परेड ग्राउंड में आयोजित विजय संकल्प महारैली को भी उन्होंने संबोधित किया। पीएम ने अपने संबोधन में कहा ‘सुरक्षित आपके हाथों में सम्पूर्ण भारतवर्ष है, आपके आशीष से ही संवरता तरुण प्रदेश है, आपके आह्वान पर करोड़ों जन चल पड़े स्वयं पर विश्वास दृढ़कर, विकास पथ पर बढ़ चले आपके अनुराग पर पर्वतजनों को नाज है, आगमन से आपके पुलकित पर्वत राज है।’
उन्होंने कहा उत्तराखंड की भूमि पूरे देश की आस्था की ही नहीं, बल्कि कर्म और कठोरता की भी भूमि है इसलिए इसका विकास, इसको भव्य स्वरूप देना, डबल इंजन की सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन मेंकहा कि आज भारत देश आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर 100 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश के इरादे से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज भारत की नीति, गतिशक्ति की है, दोगुनी-तीन गुनी तेजी से काम करने की है।
इससे पहले साल 2007 से 2014 के बीच जो सरकार थी, उसने पूरे सात वर्ष में उत्तराखंड में सिर्फ 88 किलोमीटर नेशनल हाईवे बनवाया जबकि हमारी सरकार ने अपने सात साल में उत्तराखंड में 2 हजार किलोमीटर से अधिक लंबाई के नेशनल हाईवे का निर्माण किया है। उन्होंने कहा एक वह भी वक्त था जब उत्तराखंड में मात्र सवा लाख घरों में नल से जल पहुंचता था लेकिन वर्तमान समय में साढ़े पांच लाख से अधिक घरों में नल से पानी पहुंचता है।
पीएम ने कहा कि पिछली सरकारों ने वन रैंक वन पेंशन, आधुनिक अस्त्र-शस्त्र, आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देना समेत कई कामों में सेना को हतोत्साहित किया था। आज जो देश में सरकार है वो दुनिया के किसी देश के दबाव में नहीं आ सकती। हम राष्ट्र प्रथम, सदैव प्रथम के मंत्र पर चलते हैं। उन्होंने कहा सीमावर्ती पहाड़ी क्षेत्रों के इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी पहले की सरकारों ने उतना ध्यान नहीं दिया जितना करना चाहिए था।