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Samples of seized oil taken, but will not be sent to Ranchi-Kolkata for investigation | जब्त तेल का लिया सैंपल, पर जांच के लिए रांची-कोलकाता नहीं भेजेंगे

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जमशेदपुर20 घंटे पहले

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  • कारोबारी गणेश अग्रवाल व रमेश अग्रवाल उर्फ फातिया अग्रवाल की पहुंच रांची-कोलकाता के लैब तक है, इसलिए प्रशासन का निर्णय…

परसुडीह स्थित कृषि उत्पादन बाजार समिति (मंडी) में मिलावटी तेल के शक में जब्त किए गए 1500 टीना रिफाइन व 100 टीना सरसों तेल का सैंपल शनिवार को एसडीओ संदीप कुमार मीणा की मौजूदगी में लिया गया। प्रशासन ने इन सैंपल की जांच झारखंड सरकार की ओर से अधिकृत रांची व कोलकाता के लैब के बजाए अन्यत्र स्थान पर कराने की योजना बनाई है।

प्रशासन का मानना है कि कोल्हान में मिलावटी तेल के सबसे बड़े कारोबारी गणेश अग्रवाल व रमेश अग्रवाल उर्फ फातिया अग्रवाल की पहुंच रांची-कोलकाता के लैब तक है, जिसके कारण वे हर बार बचते रहे हैं। मिलावटखोरों के खिलाफ कारगर कार्रवाई तभी संभव हो पाएगी, जब सैंपल की रिपोर्ट सही आए। इसलिए एहतियात के तौर पर प्रशासन ने सैंपल की जांच अन्यत्र कराने का फैसला लिया है। सैंपल जांच के लिए कहां भेजे जाएंगे, इसमें अत्यंत गोपनीयता बरती जा रही है।

प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, धालभूमगढ़ के अग्रवाल बंधु अपने स्टाफ की सहायता से कोल्हान के बड़े शहरों से नामी-गिरामी ब्रांड के सरसों तेल के खाली टीनों को खरीदकर स्थानीय ऑयल मिल तक पहुंचाते हैं। ऑयल मिल में नामी ब्रांड से मिलते-जुलते ब्रांड का स्टीकर लगाकर उसमें मिलावटी तेल को पैक किया जाता है।

नेपाल से हो रही रिफाइन की सप्लाई, मुजफ्फरपुर से ट्रक लेकर आया- चालक

मिलावटी तेल के धंधेबाज इस हद तक सावधानी बरतते हैं कि नेपाल से रिफाइन तेल लेकर आने वाले ट्रक के ड्राइवर को बीच रास्ता में बदल दिया जाता है। गुरुवार को मंडी में जिस ट्रक से रिफाइन तेल को जब्त किया गया, उसके चालक ने पूछताछ में बताया- बीच रास्ते में ड्राइवर को बदला जाता है। उसे भी मुजफ्फरपुर के समीप से इस ट्रक को जमशेदपुर पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

मिलावटी तेल बेचने वाले अग्रवाल बंधु को कर्मचारी ने ही लगा दी 30 लाख की चपत
ऑयल मिल से निकले मिलावटी तेल को अग्रवाल बंधु अपने गोदाम में रखने के बजाए तुरंत खुदरा दुकानदारों तक पहुंचा देते हैं। एक लीटर मिलावटी तेल की बिक्री करने पर कमीशन काटकर अग्रवाल बंधुओं को 12 से 15 रुपए की बचत होती है।

इसलिए खुदरा दुकानदारों को क्रेडिट (उधारी) पर ही मिलावटी तेल की आपूर्ति कर दी जाती है। बाद में अग्रवाल बंधु अपने स्टाफ की सहायता से वसूली कराते हैं। इसी तरह की वसूली करने वाले जुगसलाई निवासी नागेंद्र शर्मा ने अग्रवाल बंधुओं को करीब 30 लाख रुपए हड़प लिए। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है अग्रवाल बंधुओं द्वारा कितने बड़े पैमाने पर मिलावटी तेल का धंधा शहर के आस-पास के इलाकों में किया जा रहा है।

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