मेरठ। मंच पर प्रस्तुति देते उत्साहित बच्चे, उनकी प्रतिभा को देखकर उल्लासित अभिभावक, मधुर स्वरलहरियों पर थिरकते नन्हे कदम, हर प्रस्तुति के बाद तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता विद्यालय परिसर, कभी न भूलने वाली सुरमई शाम के हर पल को अपने मोबाइल और मन में संजोते दर्शक। यह अवसर था शनिवार को गंगानगर स्थित आईआईएमटी एकेडमी के वार्षिक उत्सव ‘धरोहर’ का, जिसमें छात्र-छात्राओं ने अपनी प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया।
आईआईएमटी एकेडमी के वार्षिक उत्सव ‘धरोहर’ का शनिवार को जिलाधिकारी दीपक मीणा, आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहनजी गुप्ता, सौरभ गुप्ता, प्रति कुलाधिपति डॉ मयंक अग्रवाल, प्रबंध संचालिका प्रियांशु अग्रवाल तथा आईआईएमटी एकेडमी की प्रधानाचार्या सीमा जैन ने किया। एकेडमी के छात्र-छात्राओं ने सुमधुर स्वर में गणेश वंदना गाकर कार्यक्रम की शुरुआत की।
“द कॉल ऑफ महादेव” के अंतर्गत शिव स्तुति, शिव महिमा और शिव के स्वरूप को अत्यंत सुंदरता से दर्शाया गया। दशावतार और रामनाटकम, बैकुंठ लीला, सत्य समिता में विष्णु जी, श्री राम जी और श्री कृष्ण लीला के प्रेरणादायक प्रसंगों को एकेडमी के विद्यार्थियों ने शानदार प्रस्तुति से दर्शाया तो दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका उत्साहवर्धन किया। द वॉरियर ऑफ चित्तौड़ में रानी पद्मावती जैसी अनेकों वीरांगनाओं से संबंधित लघु नाटिका और नृत्य का शानदार मंचन किया गया। शिवाजी द ग्रेट रिबेल में शिवाजी के जीवन से संबंधित शौर्य गाथाओं का प्रस्तुतीकरण प्रेरणादायक रहा। नवयुग भारत कार्यक्रम के अंतर्गत भारत की नई उपलब्धियां को नाटकीय रूप में बहुत सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया गया।
प्रधानाचार्या सीमा जैन ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत कर एकेडमी के कार्यों से अवगत कराया। कार्यक्रम को सफल बनाने मे एकेडमिक कोऑर्डिनेटर पीयूष भटनागर, इवेंट कोऑर्डिनेटर दीपशिखा बेंथम, सुधा भास्कर, विनीता शर्मा, कुलदीप, रचना, दीपक, निदेशक प्रशासन डॉ. संदीप कुमार, अविनाश सिंह चिब, मीडिया प्रभारी सुनील शर्मा आदि का सहयोग रहा।