देहरादून। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने साफ का दिया है कि अब चार धामों में आने वाले तीर्थ यात्रियों की तय संख्या में किसी भी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। धामों में यात्रियों के ठहरने की एक निर्धारित क्षमता है। ऐसे में अब किसी भी तरह का बदलाव संभव नहीं है। बता दें कि राज्य में चार धाम यात्रा को लेकर बड़ी संख्या श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। बहुत से ऐसे यात्री भी है जो बिना रजिस्ट्रेशन कराये ही आ रहे हैं।
ऐसे में तमाम तीर्थ यात्रियों को ऋषिकेश में ही रोका जा रहा है। तय संख्या के बाद रजिस्ट्रेशन न होने का लोग विरोध कर रहे हैं। वहीं तमाम श्रद्धालुओं को मजबूरी में ही ऋषिकेश की धर्मशालाओं में ही ठहरना पड़ रहा है। इन हालातों को कंट्रोल करने के लिए तीर्थ यात्रियों की तय संख्या में बदलाव किए जाने को लेकर किये गए सवाल का जवाब देते हुए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि ‘ऐसा संभव नहीं है।’
चारधामों में रुकने की भीएक क्षमता है। उसी क्षमता के आधार पर संख्या निर्धारित की गई है और अगर इसमें बदलाव किया जाता है तो धामों में अव्यवस्था की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी। उन्होंने कहा कि तीर्थ यात्री पंजीकरण के बाद ही धामों में दर्शन को भले ही पहुंचे लेकिन वे भी पहले पंजीकरण कराएं, उसके बाद ही होटल, लांज, वाहन, हेलीसेवा की बुकिंग कराएं ताकि किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो।
उन्होंने यात्रियों से अपील की कि यात्री सीधे धामों की तरफ रुख न करें बल्कि बीच बीच में रुकते हुए जाएं ताकि शरीर मौसम के अनुकूल ढल सके। पर्यटन मंत्री बोले कि बिना पंजीकरण के राज्य में पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों का ऋषिकेश और हरिद्वार में पंजीकरण कराया जा रहा है। इन लोगों के रुकने का भी हरिद्वार, ऋषिकेश में इंतजाम किया गया है।