पिथौरागढ़। उत्तराखड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ में इन दिनों ततैयों का हमला अचानक से तेजी से बढ़ गया है। आलम यह है कि इस हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। वहीं दर्जनों लोग घायल हो चुके है। इतना कुछ होने के बाद भी सरकारी तंत्र के पास ततैयों से निपटने का कोई कारगर उपाय नहीं है। हमेशा से लेपर्ड के खौफ में जीने को मजबूर पिथौरागढ़ के लोग आजकल ततैयों की भी से भी दहशत में हैं।
बताया जा रहा है कि मुख्यालय के करीब बड़ाबे गांव में तो ततैयों ने पूरा डेरा ही डाल रखा है। इस गांव में ततैयों के हमले में एक ग्रामीण की मौत भी हो चुकी है। हालांकि सूचना मिलने के बाद ततैयों को भगाने के लिए वन विभाग के 5 भी भेजे गए लेकिन इन सभी पर ततैयों ने हमला कर दिया। बता दें कि ये पहला मौका है, जब यहां ततैयों के हमलों में तेजी से इजाफा हुआ है।
शहर से सटे पपदेव गांव के लोगों का कहना है कि गांव के एक महिला घास काट रही थी, उसी वक्त ततैयों के झूंड ने उन पर हमला कर दिया जिससे वह बेहोश हो गई। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ततैयों के हमलों से शहर के साथ ही दर्जनों गांव भी खौफजदा हैं। बताया जा रहा है कि पिथौरागढ़ ही नहीं बल्कि इस जिले से सटे नेपाल में भी ततैयों का कहफ़ बढ़ गया है। यहां भी ततैयों के हमले में तेजी आई है लेकिन, हैरानी इस बात से है कि ततैयों पर काबू पाने का कोई इंतजाम सरकारी तंत्र के पास नही हैं।