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देहरादून। उत्तरखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में ट्रेनिंग के लिए निकले नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के दल में से 29 सदस्य बीते रविवार को डोकराणी बामक ग्लेशियर क्षेत्र में हुए हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद से लापता हो गए थे। मौसम खराब की वजह से रेस्क्यू टीम को भी उन्हें ढूढ़ने में लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था। लापता 10 ट्रेनी की खोज बीन अभी भी एडवांस बेस कैंप में तैनात रेस्क्यू टीम द्वारा की जा रही है।

इधर आज शुक्रवार की सुबह दो हेलीकॉप्टर घटनास्थल के लिए रवाना हुए और एएलएच हेलीकॉप्टर समिट कैंप से चार शवों को लेकर हर्षिल हेलीपैड पहुंचे। हेलीकॉप्टर द्वारा शवों को मातली हेलीपैड लाने की कोशिश की जा रही थी लेकिन मौसम खराब होने के चलते शवों को हर्षित हेलीपैड पर ही उतारा गया है। यहां से सड़क मार्ग से शवों को उत्तरकाशी भेजा गया।

चार शवों में से दो शव एनआईएम प्रशिक्षक सविता कंसवाल और नौमी रावत उत्तरकाशी और अजय बिष्ट निवासी अल्मोड़ा और शिवम कैंथोला हिमाचल के हैं। हर्षिल से दो शव आर्मी एम्बुलेंस से और दो शव 108 सेवा से उत्तरकाशी भेजे गए। शवों के उत्तरकाशी पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया।

गौरतलब है कि उत्तरकाशी के डोकराणी बामक ग्लेशियर क्षेत्र से रेस्क्यू दल ने गुरूवार को 15 शव बरामद किए थे। चार शव घटना के दिन ही बरामद कर लिए गए। अब तक कुल 19 शव निकाले जा चुके हैं। वहीं 10 लोग अभी भी लापता हैं।