
देहरादून।। उत्तराखंड पुलिस पिछले एक सालों में 200 से अधिक पुलिस कार्मिकों को ड्रोन प्रशिक्षण दिया है। ड्रोन का यातायात, भीड़ प्रबंधन के साथ सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखने के लिए उपयोग किया जाता है। उत्तराखंड पुलिस के मुताबिक पुलिस की ओर से स्थापित ड्रोन लैब को 3 जुलाई को एक वर्ष पूर्ण हो चुका है।

उत्तराखंड पुलिस की 40 लोगों की ड्रोन टीम है जो जिला स्तर पर कार्य कर रही है। इसमें 2 डीजीसीए सर्टिफाइड पायलट/मास्टर ट्रेनर है। ड्रोन टीम की ओर से विगत वर्ष में 200 से अधिक पुलिस कार्मिकों को ड्रोन प्रशिक्षण दिया। इसमें ड्रोन हैंडलिंग, रिपेयरिंग, ड्रोन फॉरेंसिक, ड्रोन रूल्स एंड रेगुलेशंस की महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।
ड्रोन तकनीकी को पुलिस में यातायात प्रबंधन व भीड़ प्रबंधन के लिए अंगीकृत किया। इस दौरान ड्रोन से ई -चालान भी किए गए। ड्रोन टीम के लिए प्राकृतिक आपदाओं (मालदेवता,जोशीमठ) का लाइव फीड कमांड एंड कंट्रोल रूम में दिया गया। आपदा ग्रस्त क्षेत्र की मैपिंग भी की गई।
टीम मानवरहित वायुयान यातायात प्रबंधन के लिए स्काई यूटीएम (पीओसी) प्रयोग किया जा रहा है। जिससे पुलिस समस्त ड्रोन गतिविधियों पर नजर रख सकती है। इस के लिए राज्य के भीतर समस्त ड्रोन संचालकों के लिए समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।