एक्टर-सिंगर आर्यन खान खौफज़दा
पहले बता दें अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद हालात बत्तर हो चुके हैं। तालिबान के आकाओं ने साफ कर दिया है कि वो अफगानिस्तान में शरिया के हिसाब से निजाम चलाएगा और उसके अंतर्गत मौसिकी हराम है। अफगानिस्तान में 20 साल पहले जो कट्टरपंथी फिर से वहीं दोहराई जाएगी। यही कारण है कि अफगानिस्तान के गायक, कलाकार और अन्य लोग काफी खौफज़दा हैं जो फिल्मों या संगीत से जुड़े हुए हैं। उन्हीं में पॉपुलर एक्टर सिंगर आर्यन खान भी शामिल हैं।
आर्यन ने बताया जान से मारने की धमकी भी मिली है
एक्टर सिंगर आर्यन खान तालिबान के खौफ में हर पल गुजार रहे हैं। कई फिल्मों में काम कर चुके पॉपुलर एक्टर सिंगर आर्यन खान बहुत डरे हुए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिख कर बताया हे कि उन्हें जान से मारने की धमकी भी मिली है। आर्यन खान ने बताया कि इस धमकी से उनकी रातों की नींद हराम हो गई है क्योंकि उन्हें जान से मारने की धमकी भी मिली है। आर्यन खान ने कई फिल्मों में काम किया है और कई गाने गाए हैं। उनकी जान को मुसीबत उनका गाया हुआ गाना हैं जिसको लेकर सिंगर मुसीबत में पड़ चुके हैं।
अशरफ गनी के लिए गाना गाना मेरे लिए डेथ वॉरंट बन गया।
आर्यन ने ट्वीट में लिखा है ‘अशरफ गनी के लिए गाना गाना मेरे लिए डेथ वॉरंट बन गया। मेरे गाने शांति से भरे संदेश होते हैं लेकिन दुख है कि ये ही मेरे लिए सजा बन गई। हमने अपनी मातृभूमि खो दी और बाकी सब कुछ भी। मैं ऐसे जाल में फंस गया हूं जहां मेरे प्रोफेशन की कोई इज्जत नहीं है।’
मैंने लोकतंत्र का सपोर्ट किया अब मैं प्राइम टारगेट हूं
‘मैं प्राइम टारगेट हूं। मुझे धमकी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि तुमने लोकतंत्र को सपोर्ट किया है और तुम अफगान की फोर्स को सपोर्ट कर रहे थे। उन्होंने मेरे साथ गलत बिहेव किया है। मेरे डॉक्यूमेंट्स ले लिए, लैपटॉप बैग और मोबाइन फोन मुझसे ले लिए हैं।’
ह्युमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन से मांगी मदद
इसके बाद आर्यन ने कहा हम सभी अफगानी मुश्किल में हैं, हम सभी थक चुके हैं। मैं पहले भी अपना देश छोड़ सकता था लेकिन मैंने नहीं किया। लेकिन अब मुझसे अपने देश की ये हालत देखी नहीं जा रही है अब खुद को सुरक्षित करना होगा। उन्होंने आगे कहा एक अफगान आर्टिस्ट और पॉप सिंगर के पास कोई और ऑप्शन नहीं है क्योंकि वही उसकी रोजी-रोटी है लेकिन अब जैसे कि तालिबान के स्पीकर ने कह दिया है कि सिनेमा, थिएटर, सिंगिंग और म्यूजिक अब अफगानिस्तान में नहीं होगा। अब मैं सिर्फ ह्युमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन की मदद चाहता हूं। ‘