
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की दूरदर्शिता और संकल्पबद्धता ने उत्तराखंड को एक और ऐतिहासिक सौगात दी है। पर्वतमाला परियोजना के तहत केदारनाथ-सोनप्रयाग और गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब रोपवे परियोजनाओं को स्वीकृति मिल गई है, जिससे राज्य में कनेक्टिविटी और पर्यटन को नया आयाम मिलेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी पिछली मुलाकात में प्रधानमंत्री से इन रोपवे परियोजनाओं की जरूरत पर चर्चा की थी। उन्होंने केदारनाथ और हेमकुंड साहिब जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों तक तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की सुविधा के लिए रोपवे निर्माण का अनुरोध किया था। मुख्यमंत्री ने इस दौरान रोपवे से होने वाले लाभ, पर्यटन और अर्थव्यवस्था पर इसके सकारात्मक प्रभावों को प्रस्तुत किया। उनकी इस पहल और प्रधानमंत्री मोदी की उत्तराखंड के प्रति विशेष संवेदनशीलता के चलते ये परियोजनाएं अब धरातल पर उतरने जा रही हैं।
इन रोप-वे परियोजनाओं के माध्यम से तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए अंतिम मील तक कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी, जिससे यात्रा तेज, सुगम और सुरक्षित बनेगी। मुख्यमंत्री धामी की सक्रिय भागीदारी और उनकी केंद्र सरकार से मजबूत समन्वय का ही परिणाम है कि यह ऐतिहासिक परियोजना स्वीकृत हुई। रोप-वे सिर्फ धार्मिक पर्यटन को ही नहीं, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था, रोजगार और बुनियादी ढांचे के विकास को भी नई ऊंचाई देंगे। प्रधानमंत्री मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव और मुख्यमंत्री धामी के सतत प्रयासों का ही नतीजा है कि ये ऐतिहासिक रोप-वे परियोजनाएं अब साकार होने जा रही हैं, जो भविष्य में राज्य के विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी।