
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा अब सीतामढ़ी पहुंच रही है। बुधवार को यह यात्रा रुन्नीसैदपुर से होते हुए सीतामढ़ी जिले में दाखिल होगी। रुन्नीसैदपुर के कृषि भवन परिसर में उनका स्वागत होगा। इस दौरान बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भी साथ रहेंगे।
राहुल गांधी देर शाम डुमरा एयरपोर्ट मैदान पहुंचेंगे और वहीं बने टेंट में रात्रि विश्राम करेंगे। अगले दिन सुबह वे रोड शो करते हुए जानकी मंदिर पहुंचेंगे और दर्शन करेंगे। इसके बाद यात्रा रीगा विधानसभा की ओर बढ़ेगी।
यात्रा जिन तीन विधानसभा क्षेत्रों – रुन्नीसैदपुर, सीतामढ़ी और रीगा – से होकर गुजरेगी, वहां इस समय एनडीए का कब्जा है। रुन्नीसैदपुर से जदयू के पंकज कुमार मिश्रा, सीतामढ़ी से डॉ. मिथिलेश कुमार और रीगा से भाजपा के मोतीलाल प्रसाद विधायक हैं। मोतीलाल प्रसाद वर्तमान में बिहार सरकार में मंत्री भी हैं।
पिछले चुनावी नतीजों पर नज़र डालें तो 2020 में कांग्रेस यहां कमजोर रही, जबकि 2015 में महागठबंधन ने इन सीटों पर जीत दर्ज की थी। उस वक्त जदयू महागठबंधन का हिस्सा था, लेकिन 2020 में अलग होने से समीकरण बदल गए।
इन सीटों का जातीय समीकरण भी काफी अहम है।
रुन्नीसैदपुर: लगभग 12% अनुसूचित जाति और 15% से ज्यादा मुस्लिम वोटर।
सीतामढ़ी: मुस्लिम (लगभग 18%), यादव, ब्राह्मण और राजपूत निर्णायक भूमिका में। यहां ग्रामीण आबादी लगभग 74% है।
रीगा: यादव, राजपूत, ब्राह्मण और कुशवाहा वोटरों की बड़ी संख्या।
यही कारण है कि एनडीए को यहां बढ़त मिलती रही है। लेकिन राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की इस संयुक्त यात्रा को महागठबंधन की ओर से नई रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।
यात्रा को लेकर महागठबंधन दलों में उत्साह साफ दिख रहा है। कांग्रेस ने इसके लिए महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री असलम शेख को पर्यवेक्षक बनाया है। वहीं, स्वागत और संचालन की जिम्मेदारी आईएनडीआईए गठबंधन की स्थानीय समिति संभाल रही है। कांग्रेस नेता मो. शम्स शाहनवाज ने कहा कि राहुल गांधी के स्वागत की तैयारी जोरों पर है। कार्यकर्ताओं का मानना है कि यह यात्रा सीतामढ़ी में ऐतिहासिक साबित होगी।