विश्वभर में ऐसे कई लोग हैं जो आज भी ऐसे रहस्यमयी खजाने की तलाश कर रहे हैं जो कहीं छिपा हुआ है। खजाने जिन्हें रहस्य माना जाता है। कई बार लोगों ने उन्हें खोजने की कोशिश की। किंतु आज तक कोई उनका पता नहीं लगा सका है। आज हम आपको ऐसे ही 2 अनमोल खजानों के बारे में बताने जा रहे हैं।
इन खजानों में इतनी दौलत है कि मिल जाए तो कई पीढ़ियां बैठकर खा लेंगी। आइए जानते हैं कि कौन से हैं वो खजाने।
बिहार हिंदुस्तान का एक ऐसा राज्य है, जहां इतिहास के कई रहस्य छिपे हुए हैं। इसी राज्य के राजगीर जनपद में सोनभंडार नाम की एक गुफा है। जो सदियों से बंद बताया जाता है। कहा जाता है कि इस गुफा में मगध सम्राट बिम्बिसार का खजाना है। यह खजाना अपार धन, हीरे, जवाहरात और सोने और चांदी से भरा है। हालांकि इस गुफा को आज तक कोई नहीं खोल पाया है। कहा जाता है कि इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि सही नक्शे वाला ही खजाने तक पहुंच सकता है।
भारतीय राज्य केरल का पद्मनाभस्वामी मंदिर अपार संपदा का भंडार है। त्रावणकोर के राजाओं द्वारा बनवाया गया यह मंदिर भी रहस्यों से भरा हुआ है। इस मंदिर में 7 तहखाने हैं, जो अकूत संपदा से भरे पड़े हैं। अब तक छह तहखाने खोले जा चुके हैं। इन 6 तहखानों से करीब एक लाख 32 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है। किंतु सातवें तलघर को खोलने की हिम्मत किसी में नहीं थी।
दरअसल, सातवें तहखाने के दरवाजे पर जहरीले सांपों की आकृति बनी हुई है। कहा जाता है कि इस तहखाने में जो कुछ रखा जाता है, उस पर किसी बेहद खतरनाक और शक्तिशाली चीज का पहरा रहता है। अगर इसे खोलने की कोशिश की गई तो पूरी दुनिया तबाह हो सकती है। इसलिए इस तहखाने को श्रापित माना जाता है। कहा जाता है कि जो भी इस दरवाजे को खोलता है उसकी मृत्यु निश्चित है।