Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बसपा सुप्रीमो मायावती ने 2027 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पिछड़ा वर्ग समाज (OBC) को साधने की बड़ी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। उन्होंने पार्टी के पिछड़ा वर्ग भाईचारा संगठनों को जिला स्तर तक मज़बूत करने और जमीनी स्तर पर सक्रियता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
मायावती ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने हमेशा ओबीसी समाज के हितों की रक्षा के लिए ठोस काम किया है, जबकि कांग्रेस, सपा और भाजपा जैसे दलों ने इन वर्गों के संवैधानिक अधिकारों को लेकर “संकीर्ण रवैया” अपनाया है।
“ओबीसी समाज अगर बसपा के बैनर तले जल्द संगठित होकर मजबूत ढंग से काम करेगा, तो सत्ता की मास्टर चाबी उन्हीं के हाथ में होगी और अच्छे दिन जल्दी आएंगे।”
— मायावती, बसपा सुप्रीमो
जातियों में बिखराव को बताया नुकसान
बैठक में मायावती ने कहा कि ओबीसी समाज बहुजन समाज का अभिन्न हिस्सा है, लेकिन जातिगत बिखराव और कुछ वर्गों द्वारा अपनी-अपनी पार्टियां बना लेने से उनकी एकता कमजोर हुई है। उन्होंने कहा कि जातिवादी दल इसी बिखराव का फायदा उठाते हैं, जबकि बसपा उन सभी को एक मंच पर लाकर समाज के समग्र कल्याण के लिए संघर्षरत है।
उन्होंने निर्देश दिया कि सदस्यता अभियान के ज़रिए पार्टी का जनाधार तेजी से बढ़ाया जाए और हर कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में बहुजन एकता का संदेश फैलाए।
मतदाता सूची पुनरीक्षण पर सख्त निर्देश
बसपा सुप्रीमो ने मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण (SIR) को लेकर भी कार्यकर्ताओं को सतर्क रहने को कहा। उन्होंने कहा कि
“हर वोट महत्वपूर्ण है। सभी योग्य लोगों के नाम मतदाता सूची में जुड़ें — यह हर कार्यकर्ता की जिम्मेदारी है।”
उन्होंने चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्य करने और नए मतदाताओं को पार्टी से जोड़ने का आह्वान किया।
बामसेफ को लेकर दी सफाई
मायावती ने कहा कि बामसेफ (BAMCEF) कोई राजनीतिक संगठन नहीं बल्कि पढ़े-लिखे कर्मचारियों का एक सामाजिक मंच है, जिसकी स्थापना कांशीराम जी ने की थी। यह संगठन रजिस्टर्ड नहीं है और इसका उद्देश्य समाज में जागरूकता फैलाना है।
“असली बामसेफ वही है जो कांशीराम जी ने बनाया था। रजिस्टर्ड बामसेफ स्वार्थी लोगों का संगठन है, जिनसे कांशीराम जी ने हमेशा सावधान रहने की सलाह दी थी।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि इस संगठन से बसपा परिवार के लोग समय-समय पर मिलते हैं और सामाजिक जिम्मेदारी निभाते रहते हैं।
उच्च वर्ग पर मायावती का बयान
मायावती ने कहा कि उच्च वर्ग समाज पहले से ही राजनीतिक रूप से काफी जागरूक है, इसलिए उन्हें जोड़ने के लिए अलग से कोई भाईचारा संगठन बनाने की जरूरत महसूस नहीं की गई है।




