
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पंजाब में जासूसी के आरोप में गिरफ्तार छह आरोपितों की कॉल डिटेल और पूछताछ में 30 से ज्यादा लोगों की पहचान हुई है, जो कथित तौर पर इस खुफिया नेटवर्क का हिस्सा हैं। इन गिरफ्तार आरोपियों में से एक महिला, गजाला, जो मलेरकोटला की निवासी है, ने पूछताछ के दौरान सनसनीखेज खुलासे किए हैं।
पाकिस्तान उच्चायोग अधिकारी का संदिग्ध रोल
गजाला की पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी दानिश उर्फ एहसान-उर-रहीम से मुलाकात हुई थी, जो केंद्र सरकार द्वारा "अवांछित व्यक्ति" घोषित किया जा चुका है। दानिश पाकिस्तान जाने का वीजा दिलवाने के बहाने लोगों को अपने जाल में फंसा कर जासूसी के लिए तैयार करता था। गजाला को भी इसी जाल में फंसाया गया था।
महिलाओं को हनीट्रैप का शिकार बनाया
गजाला ने बताया कि दानिश महिलाओं को हनीट्रैप के जरिए जासूसी के लिए मजबूर करता था। बीती 2 फरवरी को पाकिस्तान उच्चायोग गई गजाला की मुलाकात दानिश से हुई थी। बाद में उसने अपने मोबाइल में दानिश का नंबर "हैप्पीनेस" नाम से सेव किया था। संदेह होने पर उसने चैट रिकॉर्ड कर लिया था, जो पुलिस द्वारा जब्त मोबाइल में मौजूद है।
यासीन मोहम्मद का खुलासा
इस मामले में गिरफ्तार दूसरा आरोपी, यासीन मोहम्मद, जो किला अहमदगढ़ मलेरकोटला का निवासी है, ने खुलासा किया है कि उसे भी दानिश ने वीजा दिलवाने और पैसे ट्रांसफर करवाने के नाम पर फंसाया था। यासीन ने बताया कि 2023 में पाकिस्तान उच्चायोग में उसकी मुलाकात दानिश से हुई थी, जिसने बाद में यूपीआई के माध्यम से पैसे ट्रांसफर करने के निर्देश दिए थे।
इंटरनेट मीडिया पर पुलिस की कड़ी नजर
सीमा पार से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई इंटरनेट मीडिया चैनलों के इंफ्लुएंसर्स को निशाना बना रही है। पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां इंटरनेट मीडिया चैनलों की कड़ी मॉनिटरिंग कर रही हैं। यूट्यूबर्स, ब्लॉगर, फूड ब्लॉगर और टूर स्पॉन्सरशिप से जुड़े लोगों की गतिविधियों पर विशेष टेक्निकल टीम द्वारा नज़र रखी जा रही है।