img

Prabhat Vaibhav,Digital Desk : मोहाली में पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार की 'लैंड पूलिंग पॉलिसी' पर जोरदार घमासान शुरू हो गया है। कांग्रेस ने इस नई नीति को 'किसानों की जमीन लूटने' वाला बताते हुए कड़ा विरोध प्रदर्शन किया है। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने हाथों में पोस्टर लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की, और यह चेतावनी भी दी कि अगर नीति नहीं बदली गई तो आने वाले दिनों में यह आंदोलन पूरे पंजाब में फैलेगा।

क्यों हो रहा है विरोध? पुरानी और नई पॉलिसी में क्या अंतर?

स्थानीय विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने इस नीति को पूरी तरह किसान विरोधी करार दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले जब उनकी (कांग्रेस) सरकार थी, तब 1000 गज जमीन अधिग्रहण के बदले किसानों को 120 गज रिहायशी और कमर्शियल जगह दी जाती थी। इस 120 गज में 100 गज रिहायशी और 20 गज कमर्शियल हिस्सा होता था। यह जमीन बाजार भाव पर होती थी, जिससे किसानों को अपनी मेहनत का पूरा हक मिलता था।

लेकिन, अब AAP सरकार ने चालाकी से पुरानी पॉलिसी को बदल दिया है। नई पॉलिसी के तहत अब केवल 100 गज रिहायशी जगह ही मिलेगी और वो भी 60 गज मुख्य सड़क से अंदर, और बाकी 40 गज कहीं दूर कोने में। सबसे बड़ा झटका यह है कि 20 गज की कमर्शियल जगह को पूरी तरह खत्म कर दिया गया है। कांग्रेस का कहना है कि यह सीधा-सीधा बिल्डरों और बड़े-बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुँचाने के लिए किया गया है, और इससे किसानों के हक पर डाका डाला जा रहा है।

किसानों को सिर्फ दिखावा!

कांग्रेस नेताओं का यह भी आरोप है कि AAP सरकार किसानों की मर्जी के बिना जमीनें छीनना चाहती है। पहले यह कहा जा रहा था कि सरकार किसानों की सहमति से 'धारा 4' (भूमि अधिग्रहण कानून की धारा 4) लगाकर उनकी जमीन लेगी। लेकिन, कांग्रेस का दावा है कि ये सिर्फ दिखावा है। उन्होंने आरोप लगाया कि 'आप' सरकार यह 'भूमि लूट' करने पर तुली है और किसानों को मिलने वाले हक को मार रही है। यह सीधा-सीधा जमीन का एक बड़ा घोटाला है, जो किसानों के लिए अन्याय है।

कांग्रेस की सीधी चेतावनी:

प्रदर्शन के दौरान बलबीर सिंह सिद्धू और अन्य कांग्रेसी नेताओं ने साफ चेतावनी दी है कि वे किसानों के इस हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा कि अगर 'आप' सरकार ने अपनी यह 'काला कानून' (नई लैंड पूलिंग नीति) वापस नहीं ली, तो मोहाली ही नहीं, बल्कि पूरे पंजाब में किसान आंदोलन को बड़ा रूप दिया जाएगा।

कांग्रेस के इस विरोध प्रदर्शन से साफ है कि पंजाब की राजनीति में लैंड पूलिंग नीति एक नया चुनावी मुद्दा बन सकती है, और आने वाले दिनों में इस पर राजनीतिक गरमाहट और बढ़ने की संभावना है।