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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पंजाब विधानसभा ने तरनतारन से आम आदमी पार्टी के विधायक कश्मीर सिंह सोहल के निधन के बाद उनकी सीट को औपचारिक रूप से रिक्त घोषित कर दिया है। 27 जून को उनके निधन के साथ ही यह सीट खाली हो गई थी, जिसे अब चुनाव आयोग को सूचित कर दिया गया है।

चुनाव आयोग अगले छह महीनों के भीतर कभी भी इस सीट पर उपचुनाव का ऐलान कर सकता है। इसी राजनीतिक हलचल के बीच मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल को मंत्रिमंडल से हटाने की खबर आई, जिसे तरनतारन उपचुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।

आम आदमी पार्टी की रणनीति स्पष्ट दिख रही है—उपचुनाव के दौरान स्थानीय मतदाताओं से यह वादा किया जाता है कि यदि उनका उम्मीदवार जीतता है, तो उसे मंत्री पद मिलेगा। ऐसा उदाहरण पहले भी देखा गया है। जालंधर पश्चिम से मोहिंदर भगत और लुधियाना पश्चिम से संजीव अरोड़ा को जीतने के बाद मंत्री पद सौंपा गया।

माझा क्षेत्र में पहले ही तीन मंत्री—कुलदीप सिंह धालीवाल, हरभजन सिंह ईटीओ और लालचंद कटारूचक्क—पद संभाल रहे थे। ऐसे में माना जा रहा है कि माझा से एक मंत्री पद खाली कर पार्टी ने आगे की राजनीतिक गणित साधी है। धालीवाल की अजनाला सीट से इस्तीफा इसी दिशा में उठाया गया कदम प्रतीत होता है।

यदि आप का उम्मीदवार तरनतारन से जीतता है, तो उसे बिना किसी अड़चन के मंत्री पद दिया जा सकेगा। अब देखना यह होगा कि पार्टी इस महत्वपूर्ण सीट से किस चेहरे को चुनावी मैदान में उतारती है।