
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : अपने ही गुरुकुल की नाबालिग छात्रा के यौन शोषण के आरोप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम की गुरुवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई। सूत्रों के मुताबिक, जोधपुर सेंट्रल जेल में उन्हें अचानक सांस लेने में तकलीफ होने लगी, जिसके चलते जेल प्रशासन ने उन्हें तुरंत इलाज के लिए एक निजी अस्पताल आरोग्यम में भर्ती कराया।
खबरों के मुताबिक, आसाराम पिछले कुछ समय से कई बीमारियों से जूझ रहे हैं और उन्हें बार-बार सांस लेने में तकलीफ हो रही है। जेल प्रशासन ने बताया कि मेडिकल टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, फिलहाल उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
गौरतलब है कि आसाराम को 2018 में जोधपुर की विशेष पॉक्सो अदालत ने नाबालिग छात्रा से बलात्कार के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। तब से वह जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद है। सुरक्षा कारणों से अस्पताल प्रशासन ने आसाराम के वार्ड में बाहरी लोगों के प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है। जेल पुलिस की एक विशेष टीम अस्पताल में चौबीसों घंटे तैनात रहती है।
गुरुवार दोपहर अचानक उनकी हृदय गति बढ़ गई और उन्हें बेचैनी महसूस हुई। स्थिति गंभीर होने पर जेल प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आसाराम को भगत की कोठी स्थित आरोग्यम मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया। उन्हें अस्पताल में तत्काल चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है। आसाराम को हाल ही में राजस्थान उच्च न्यायालय से पैरोल मिली थी, जिसके तहत उनका माधव बाग में इलाज चल रहा था। पैरोल अवधि समाप्त होने के बाद उन्हें वापस जोधपुर सेंट्रल जेल लाया गया था। लेकिन स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव के चलते उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अस्पताल सूत्रों के अनुसार, आसाराम की हृदय गति असामान्य रूप से बढ़ गई थी और वह अस्वस्थ महसूस कर रहे थे। वह फिलहाल डॉक्टरों की निगरानी में हैं और उनका आवश्यक उपचार चल रहा है। आपको बता दें कि नाबालिग शिष्याओं का यौन शोषण करने के जुर्म में आसाराम को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। स्वास्थ्य समस्याओं के कारण उन्हें कुछ समय के लिए पैरोल पर इलाज कराना पड़ा था।