
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में कई लड़कियां या महिलाएं मासिक धर्म रोकने के लिए हार्मोनल दवाओं का सेवन करती हैं। चाहे छुट्टियाँ हों, परीक्षा का समय हो या कोई खास मौका, इन गोलियों का इस्तेमाल अक्सर किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन दवाओं के लगातार इस्तेमाल से कितना नुकसान हो सकता है?
यह घटना कैसे घटी?
लड़कियां मासिक धर्म रोकने के लिए हार्मोनल गोलियां लेती हैं। कुछ समय बाद, उन्हें डीप वेन थ्रोम्बोसिस (DVT) नामक बीमारी हो गई। इसमें शरीर की नसों में खून के थक्के जम जाते हैं। डॉक्टर ने जब उसकी जाँच की, तो पता चला कि थक्का उसके पेट के पास पहुँच गया था। हालत गंभीर थी, इसलिए डॉक्टर ने उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती होने को कहा। लेकिन लड़की के पिता ने मना कर दिया। रात में उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई और अस्पताल पहुँचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। इस घटना से साफ़ पता चलता है कि हार्मोनल दवाओं का सेवन कितना खतरनाक हो सकता है।
डॉक्टर की चेतावनी
सफदरजंग अस्पताल के डॉ. प्रमोद कुमार ने डीवीटी के खतरों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, "लोग अक्सर हार्मोनल गोलियों को मासिक धर्म रोकने का आसान तरीका समझते हैं, लेकिन इनका शरीर पर गहरा असर होता है। हार्मोनल बदलावों के कारण, रक्त गाढ़ा हो सकता है और नसों में थक्का बन सकता है। अगर यह थक्का पेट या लिवर तक पहुँच जाए, तो मरीज़ की जान को तुरंत खतरा हो सकता है।"
डीवीटी के मौन खतरे
डॉक्टरों के अनुसार, डीवीटी कभी-कभी बिना किसी लक्षण के भी हो सकता है। कुछ मामलों में, पैरों में दर्द, सूजन या भारीपन महसूस होता है। लेकिन जब यह थक्का लिवर या हृदय तक पहुँच जाता है, तो कुछ ही मिनटों में जानलेवा हो सकता है।
डॉक्टर से परामर्श किये बिना दवा क्यों न लें?
हर महिला का शरीर अलग होता है और हार्मोनल स्तर भी अलग-अलग होते हैं। ऐसे में बिना डॉक्टर की सलाह के दवा लेना बेहद खतरनाक हो सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि अगर किसी कारणवश आपको मासिक धर्म रोकने की दवा लेनी ही पड़े, तो इसे स्त्री रोग विशेषज्ञ की देखरेख में ही लेना चाहिए। मासिक धर्म रोकने की दवा लेना कोई आम फैसला नहीं है। इसे हल्के में लेना सेहत और जान दोनों के लिए खतरनाक हो सकता है। इसलिए, कभी भी अपनी मर्ज़ी से दवा न लें और कोई भी समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।