
(नाराजगी)
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है। नीतीश कुमार ने विपक्षी इंडिया गठबंधन को लेकर कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इंडिया गठबंधन की चिंता नहीं है। वो 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में व्यस्त हैं। उनकी वजह से इंडिया गठबंधन का कामकाज प्रभावित हुआ है। अब हम लोग आगे की बातें चुनाव के बाद ही बैठकर तय करेंगे। सीएम नीतीश ने पटना में गुरुवार को कहा कि 'कांग्रेस पार्टी को विपक्षी एकता से कोई मतलब नहीं है।
आजकल 'इंडिया' को लेकर कोई काम नहीं हो रहा है। हम सबको एक साथ लेकर चलते हैं। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि इंडिया गठबंधन बन गया है, लेकिन कांग्रेस पार्टी को इंडिया गठबंधन में ज़्यादा इंटरेस्ट नहीं है। अभी पांच राज्यों में चुनाव है। कांग्रेस पार्टी का पूरा ध्यान उसी पर है। अभी गठबंधन को लेकर आगे की कोई चर्चा नहीं हो रही है। चुनाव के बाद सबको फिर से बुलाया जाएगा। वहीं नीतीश कुमार ने बीजेपी पर निशाना साधा। नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र की सरकार को आज़ादी से मतलब नहीं है। बापू को बीजेपी वाले भुलवाना चाह रहे हैं। ये लोग देश का इतिहास बदलना चाह रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में हिंदू-मुस्लिम में कोई झंझट नहीं है। कुछ तो गड़बड़ करने वाले रहते ही हैं। बिहार में 95 फीसदी को हम एकजुट किए हैं।
गौरतलब है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्ष को एकजुट करने की सबसे पहले पहल शुरू की थी. इस सिलसिले में नीतीश कुमार लखनऊ में अखिलेश यादव, कोलकाता में ममता बनर्जी, दिल्ली में अरविंद केजरीवाल, मुंबई में उद्धव ठाकरे, झारखंड में हेमंत सोरेन जैसे नेताओं से जाकर मिले थे, फिर ममता बनर्जी की सलाह पर ही सबसे पहले पटना में विपक्षी दलों की बैठक बुलाई गई थी। इसके बाद नीतीश ने जून में पटना में विपक्षी दलों की बैठक बुलाई थी।
इस बैठक में कांग्रेस, टीएमसी, शिवसेना, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी, डीएमके, लेफ्ट समेत 15 दल के नेता शामिल हुए थे। इस बैठक के बाद बेंगलुरु में विपक्षी दल के नेता मिले थे। इस बैठक में 20 से ज्यादा दलों के नेता शामिल हुए थे। लेकिन बैठक का नेतृत्व कांग्रेस ने किया था। यहां तक कि राहुल गांधी ने अचानक बिना चर्चा के गठबंधन का नाम INDIA तय कर दिया था। इस पर ममता बनर्जी ने भी समर्थन दिया था।
हालांकि, नीतीश कुमार इस नाम के पक्ष में नहीं थे। इतना ही नहीं नीतीश कुमार बैठक के बाद आयोजित संयुक्त प्रेस वार्ता से पहले ही पटना लौट आए थे। इसके बाद नीतीश कुमार की नाराजगी की खबरें सामने आई थीं। कहा गया था कि जिस तरह से विपक्ष की बैठक को कांग्रेस ने हाईजैक किया, उससे नीतीश नाराज हैं। हालांकि, मुंबई में आयोजित तीसरी बैठक में नीतीश कुमार हिस्सा लेने पहुंचे थे।