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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखें नजदीक हैं, और जैसे-जैसे वोटिंग का समय करीब आ रहा है, राज्य की राजनीति भी तेज़ होती जा रही है। इसी बीच आज महागठबंधन अपना घोषणापत्र जारी करने वाला है। लेकिन इससे पहले ही केंद्रीय मंत्री और लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।

चिराग पासवान ने महागठबंधन के घोषणापत्र को “सिर्फ दिखावा” बताया और कहा कि विपक्ष जानता है कि वह सत्ता में नहीं आएगा। ऐसे में बड़े-बड़े वादे करना उनके लिए आसान है।

“7 लाख करोड़ कहां से आएंगे?” — चिराग का सवाल

मीडिया से बातचीत में चिराग पासवान ने तेजस्वी यादव और उनके गठबंधन के वादों की सच्चाई पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अगर महागठबंधन हर परिवार को सरकारी नौकरी देने का वादा कर रहा है, तो उसके लिए करीब 7 लाख करोड़ रुपये की जरूरत पड़ेगी — जो कि बिहार के मौजूदा 3 लाख करोड़ रुपये के बजट से कई गुना ज्यादा है।

पासवान ने कहा,

“जब आपको पता है कि आप सत्ता में नहीं रहने वाले, तो ऐसे वादे करने में क्या दिक्कत है? ये तो जनता को भ्रमित करने की कोशिश है।”

उन्होंने तेजस्वी यादव पर आरोप लगाया कि वे “बिना नतीजे की परवाह किए झूठे वादे” कर रहे हैं।

राजस्व बढ़ाने की योजना पर उठे सवाल

चिराग पासवान ने महागठबंधन से यह भी पूछा कि अगर इतने बड़े वादे कर रहे हैं तो राजस्व बढ़ाने की योजना क्या है?
उन्होंने कहा,

“हर परिवार को नौकरी देना आसान बात नहीं। बजट कहां से आएगा, ये बताना भी जरूरी है। घोषणापत्र जारी करने से पहले रोडमैप दिखाना चाहिए कि पैसे का इंतजाम कैसे होगा।”

छठ पूजा में शामिल हुए चिराग

बातचीत के बीच चिराग पासवान ने बताया कि उन्होंने पटना स्थित अपने आवास पर छठ पूजा की। उन्होंने बिहार की समृद्धि और जनता के कल्याण की कामना करते हुए कहा कि राज्य में विकास की राजनीति ही असली प्राथमिकता होनी चाहिए।

जनता को चेतावनी

अंत में चिराग पासवान ने जनता से अपील की कि वे चुनाव में केवल वादों के आधार पर निर्णय न लें। उन्होंने कहा,

“जो लोग जानते हैं कि सत्ता में नहीं आना, वो कुछ भी कह देंगे। लेकिन बिहार की जनता अब बहुत समझदार है, उसे अब सिर्फ खोखले वादों में नहीं फंसाया जा सकता।