
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत एक अहम राजनयिक सफलता हाथ लगी है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में भारत द्वारा कोलंबिया भेजे गए प्रतिनिधिमंडल की कोशिशें रंग लाई हैं। कोलंबिया ने पहले पाकिस्तान में मारे गए आतंकवादियों को लेकर सहानुभूति जताई थी, लेकिन अब उसने उस बयान को आधिकारिक रूप से वापस ले लिया है।
शशि थरूर ने कोलंबिया के इस शुरुआती बयान पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा, “कोलंबियाई सरकार की प्रतिक्रिया हमें थोड़ी निराशाजनक लगी थी।” इसके बाद भारतीय प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात कोलंबिया के उप विदेश मंत्री योलांडा विलाविसेनियो से हुई। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत की तरफ से दी गई जानकारी से कोलंबिया अब संतुष्ट है और आगे की बातचीत को लेकर सकारात्मक है।
An equally positive meeting followed at the Colombian Congress (National Assembly) with Alejandro Toro, President of the Second Commission of the Chamber of Representatives (the equivalent of our Foreign Affairs Committee) and Jaime Raul Salamanca, President of the Chamber of… pic.twitter.com/91uentRN3r
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) May 30, 2025
कोलंबिया की सफाई के बाद थरूर ने कहा, “कोलंबिया के उप विदेश मंत्री ने बहुत ही सम्मानजनक ढंग से हमें बताया कि उन्होंने वह बयान वापस ले लिया है, जिस पर हमने चिंता जताई थी। वे अब हमारी स्थिति को पूरी तरह समझते हैं, जो हमारे लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।”
भारत का प्रतिनिधिमंडल, जिसमें सभी दलों के सांसद शामिल हैं, पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद दुनिया भर में भारत की आतंकवाद के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस नीति को स्पष्ट करने के लिए यात्रा कर रहा है। कोलंबिया में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में थरूर ने भारत की नीति और 'ऑपरेशन सिंदूर' के बारे में विस्तार से जानकारी दी। साथ ही कोलंबिया की पहले दी गई प्रतिक्रिया को लेकर अपनी नाराजगी भी जाहिर की। गौरतलब है कि शशि थरूर ने अमेरिका में भी इसी मुद्दे पर भारत का मजबूती से पक्ष रखा था।