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Prabhat Vaibhav,Digital Desk :  प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को पंजाब और हरियाणा में एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम देते हुए उन ट्रैवल एजेंटों और एजेंसियों की साजिश का पर्दाफाश किया है जो भारतीय नागरिकों को ‘डंकी रूट’ से अवैध रूप से अमेरिका भेजने में लगे थे।

ईडी ने बताया कि इस छापेमारी में 30 असली भारतीय पासपोर्ट बरामद हुए हैं, जो अवैध रूप से विदेश भेजने की तैयारी में इस्तेमाल किए जा रहे थे। एजेंसी के अनुसार, कई ट्रैवल एजेंट इस खतरनाक नेटवर्क में शामिल हैं जो मासूम लोगों से लाखों रुपये लेकर उन्हें खतरनाक रास्तों से अमेरिका पहुंचाने का वादा करते हैं।

यह कार्रवाई पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) के तहत की गई। इसकी जांच की शुरुआत फरवरी 2025 में अमेरिका से भारतीय नागरिकों के जबरन निष्कासन के बाद दर्ज एक केस से हुई थी। इसी सिलसिले में ईडी ने पंजाब के अमृतसर, संगरूर, पटियाला और मोगा तथा हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र और करनाल में एक साथ छापेमारी की।

क्या होता है ‘डंकी रूट’?

‘डंकी रूट’ शब्द उस खतरनाक और गैरकानूनी रास्ते के लिए प्रयोग होता है, जिसके जरिए मानव तस्करी करने वाले एजेंट और माफिया नागरिकों को एक देश से दूसरे देश की सीमाएं पार करवा कर अमेरिका या अन्य विकसित देशों तक पहुंचाने का प्रयास करते हैं। इस प्रक्रिया में यात्रियों को जंगल, रेगिस्तान और समुद्र जैसे जानलेवा रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है।

ईडी ने बताया कि एजेंटों ने लोगों को झांसा दिया कि उन्हें कानूनी वीजा दिलवाया जाएगा, लेकिन बाद में उन्हें डंकी रूट पर डाल दिया गया। परिवार से लाखों रुपये लिए गए और फिर उनकी जिंदगी खतरे में डाल दी गई।

ईडी ने एक एजेंट के घर से बड़ी मात्रा में पासपोर्ट, दस्तावेज और हवाला से जुड़े लेन-देन के सबूत भी बरामद किए हैं। करोड़ों रुपये की हेराफेरी की बात सामने आई है, जो हवाला नेटवर्क के जरिए की गई थी।

ईडी ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस गिरोह से जुड़े सभी एजेंटों और एजेंसियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एजेंसी अब हवाला चैनलों और मनी लॉन्ड्रिंग की पूरी चेन की गहराई से जांच में जुट गई है।

यह पूरा मामला पंजाब और हरियाणा पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर पर आधारित है, जिसमें दर्जनों नागरिकों को डंकी रूट के जरिए अमेरिका भेजने की जानकारी दी गई थी।