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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तर प्रदेश में प्रकृति प्रेमियों और वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक अच्छी खबर है। राज्य सरकार ने ईको-पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक ठोस कदम उठाया है। अब दुधवा नेशनल पार्क, कतर्नियाघाट और किशनपुर वन्य जीव अभयारण्य एक ही दिन बंद नहीं होंगे, बल्कि अलग-अलग दिनों में इनकी साप्ताहिक बंदी होगी। इससे पर्यटकों को हर दिन कहीं न कहीं घूमने का मौका मिलेगा, जिससे पर्यटन को गति मिलेगी।

बदलेंगे अभयारण्यों के बंद होने के दिन

ईको पर्यटन विकास बोर्ड और वन विभाग की हाल ही में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। अब तक तीनों प्रमुख अभयारण्यों को एक ही दिन बंद रखा जाता था, जिससे पर्यटकों के पास सीमित विकल्प होते थे। लेकिन अब अलग-अलग दिनों में बंदी की योजना बनाई गई है, जिससे पूरे सप्ताह किसी न किसी पार्क में सैर का अवसर मिलेगा। सप्ताह भर के दिनों का चयन अगले सप्ताह तक कर लिया जाएगा।

नई सफारी ट्रैक और होमस्टे से बढ़ेगा अनुभव

‘बफर में सफर’ योजना के अंतर्गत भीरा और मोहम्मदी वन क्षेत्रों में नए सफारी ट्रैक विकसित किए गए हैं। ये ट्रैक पर्यटकों को नए क्षेत्रों में घुमाने के साथ-साथ जंगल की विविधता से भी रूबरू कराएंगे। इसके अलावा, स्थानीय लोगों को होमस्टे शुरू करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है ताकि पर्यटकों को गांव और जंगल की जीवनशैली का अनुभव मिल सके।

थारू जनजाति को जोड़ा जाएगा पर्यटन से

दुधवा के आस-पास बसे थारू जनजाति के लोगों को पर्यटन से जोड़ा जा रहा है। उनके पारंपरिक खानपान, संस्कृति और जीवनशैली को पर्यटकों के सामने प्रस्तुत करने की योजना है। इससे न केवल पर्यटकों को नया अनुभव मिलेगा, बल्कि थारू समाज को आर्थिक लाभ भी होगा।

नेचर गाइड होंगे प्रशिक्षित, पर्यटकों को दी जाएगी गहराई से जानकारी

पर्यटन विभाग के निदेशक प्रखर मिश्रा के अनुसार, नेचर गाइडों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वे न केवल वन्यजीवों की जानकारी दें, बल्कि जंगल की पारिस्थितिकी, पौधों और पर्यावरण के संरक्षण पर भी पर्यटकों को जागरूक कर सकें।

विस्टाडोम ट्रेन बनी पसंदीदा, अब मिलेगा भोजन भी

दुधवा, कतर्नियाघाट और किशनपुर के बीच चल रही विस्टाडोम ट्रेन पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय हो रही है। इसकी टिकटें वेटिंग में हैं। जल्द ही इस ट्रेन में खाने-पीने की व्यवस्था भी की जा रही है, जिससे यात्रा और भी सुखद बन सकेगी।