
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में भारत की ऐतिहासिक जीत में मोहम्मद सिराज एक अनोखे और निर्णायक योद्धा के रूप में उभरे। सिराज ने पूरी सीरीज़ में शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन ओवल टेस्ट में उनकी गेंदबाज़ी ने भारत को अपने 93 साल के टेस्ट इतिहास में विदेशी धरती पर पाँचवाँ टेस्ट मैच जीतने की उपलब्धि दिलाई। इस जीत का मुख्य श्रेय सिराज की दमदार गेंदबाज़ी को जाता है, जिन्होंने मैच की दोनों पारियों में 4 और 5 विकेट लेकर जीत की नींव रखी।
भारत ने केनिंग्टन ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ पाँचवाँ टेस्ट मैच 6 रन से जीतकर इतिहास रच दिया। 93 साल के टेस्ट इतिहास में यह पहली बार है जब भारत ने किसी विदेशी दौरे पर 5 टेस्ट मैचों की सीरीज़ का आखिरी मैच जीता है। इस जीत में भारत के तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद सिराज की भूमिका अभूतपूर्व रही। सिराज ने पूरी सीरीज़ में 23 विकेट लिए और ओवल टेस्ट में पहली पारी में 4 और दूसरी पारी में 5 विकेट लेकर टीम को जीत दिलाई। वह दोनों टीमों की ओर से सीरीज़ में 1,000 से ज़्यादा गेंदें फेंकने वाले इकलौते गेंदबाज़ हैं।
सीरीज का ' असली योद्धा ' हैं मोहम्मद सिराज
पूरी सीरीज़ में मोहम्मद सिराज का प्रदर्शन सराहनीय रहा है। वह पूरी सीरीज़ में 1,000 से ज़्यादा गेंदें फेंकने वाले दोनों टीमों के इकलौते गेंदबाज़ बने। यह आँकड़ा उनकी शारीरिक क्षमता और गेंदबाज़ी में निरंतरता को दर्शाता है। सिराज ने सीरीज़ में कुल 23 विकेट लिए, जिससे भारत की गेंदबाज़ी मज़बूत रही।
ओवल टेस्ट में निर्णायक प्रदर्शन
सिराज ने पांचवें टेस्ट में भारत की जीत की नींव रखी। पहली पारी में जहां भारतीय गेंदबाज संघर्ष कर रहे थे, वहीं सिराज ने 4 विकेट लेकर इंग्लैंड को बड़ी बढ़त लेने से रोक दिया। इस पारी में उन्होंने इंग्लैंड के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले जैक क्रॉली को आउट कर मैच में भारत की उम्मीदों को जिंदा रखा।
सिराज ने दूसरी पारी में भी अपना जादू जारी रखा। उन्होंने शुरुआती ओवरों में 2 अहम विकेट लेकर इंग्लैंड को दबाव में ला दिया। लेकिन उनका सबसे बड़ा पल मैच के आखिरी दिन आया, जब इंग्लैंड को जीत के लिए सिर्फ़ 35 रनों की ज़रूरत थी। इस समय सिराज ने एक बार फिर मैच जिताऊ गेंद फेंकी और आखिरी विकेट के रूप में गस एटकिंसन को आउट कर भारत को 6 रनों से ऐतिहासिक जीत दिला दी।
भारत के लिए यह जीत 93 साल के टेस्ट इतिहास में पहली बार थी जब टीम ने विदेशी धरती पर 5 मैचों की सीरीज़ का आखिरी टेस्ट मैच जीता था। इस उपलब्धि का श्रेय निस्संदेह मोहम्मद सिराज को जाता है, जिन्होंने अपनी गेंदबाज़ी से इस जीत को संभव बनाया।