Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ अब प्रयागराज तक अपना असर दिखाने लगा है। बुधवार रात से ही मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया।
रातभर हुई हल्की बारिश और बादलों की घनी परतों ने गुरुवार सुबह तक पूरे शहर को भिगो दिया। हवा में नमी बढ़ी और तापमान में गिरावट दर्ज की गई, जिससे ठंड का अहसास बढ़ गया है।
मौसम हुआ ठंडा, पंखे हुए बंद
गुरुवार को अधिकतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 21.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
रात में ठंडी हवाएं चलने लगीं, जिससे लोगों को कई महीनों बाद हल्की सर्दी महसूस हुई।
मौसम विभाग का कहना है कि शुक्रवार को भी बारिश और गरज-चमक के साथ छींटे पड़ सकते हैं।
अगले दो दिन बादलों की मौजूदगी और हल्की बारिश की संभावना
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, तूफान मोंथा का प्रभाव अगले 24 घंटों तक रहेगा।
शुक्रवार और शनिवार को तापमान 20 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है।
आसमान बादलों से घिरा रहेगा और बीच-बीच में हल्की बारिश या गरज के साथ बूंदाबांदी की संभावना बनी रहेगी।
किसानों पर बरसा कहर, खेतों में गिरी धान की फसलें
बारिश का सबसे ज्यादा असर किसानों पर पड़ा है।
कटाई के लिए तैयार धान की फसलें कई इलाकों में गिर गईं और पानी भरने से नुकसान की आशंका बढ़ गई है।
किसानों का कहना है कि अगर बारिश का दौर लंबा चला तो फसलें सड़ने का खतरा है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने दी चेतावनी
मौसम में अचानक बदलाव के कारण सर्दी-जुकाम और वायरल संक्रमण के मामले बढ़ सकते हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को मौसमी बीमारियों से सतर्क रहने की सलाह दी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि सुबह और रात के समय ठंड से बचाव जरूरी है क्योंकि हवा में नमी और ठंड दोनों बढ़ रहे हैं।




