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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : गर्मी का मौसम भले ही चरम पर महसूस हो रहा है, लेकिन असली परीक्षा अभी बाकी है, क्योंकि नौतपा 25 मई से शुरू होकर दो जून तक चलेगा। इस दौरान सूर्य की किरणें सीधे धरती पर पड़ती हैं, जिससे तापमान बेहद बढ़ जाता है। इस कारण बिजली की मांग में भी भारी वृद्धि दर्ज की जा रही है।

बिजली खपत में 30 प्रतिशत की वृद्धि

नौतपा के आगमन से पहले ही बक्सर (इटाढ़ी) जिले के दो प्रमुख ग्रिड उपकेंद्रों में बिजली की खपत लगभग दो महीने में ही 30 प्रतिशत बढ़ गई है। बीते एक दशक में इस ग्रिड की बिजली खपत लगभग तीन गुना हो गई है, जो क्षेत्र के बढ़ते विकास का स्पष्ट संकेत है।

पावर ग्रिड की बढ़ती क्षमता

इटाढ़ी ग्रिड में तीन पावर ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं, जिनमें दो ट्रांसफार्मर 50-50 मेगा वोल्ट एंपियर और एक ट्रांसफार्मर 20 मेगा वोल्ट एंपियर का है। कुल मिलाकर ग्रिड की क्षमता 120 मेगा वोल्ट एंपियर है। फिलहाल इस ग्रिड की आपूर्ति क्षमता लगभग 96 मेगावाट की है, जबकि 2023 और 2024 में अधिकतम मांग क्रमशः 74 और 74.5 मेगावाट दर्ज की गई। वर्तमान औसत खपत 65 से 70 मेगावाट के बीच बनी हुई है।

ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता

बिजली विभाग का मानना है कि आने वाले समय में मांग और अधिक बढ़ेगी। इसी कारण ग्रिड में लगे 20 मेगा वोल्ट एंपियर के ट्रांसफार्मर की जगह 50 मेगा वोल्ट एंपियर क्षमता के ट्रांसफार्मर की जरूरत महसूस की जा रही है। हालांकि, यह योजना वर्षों से लंबित है, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

फीडर वाइज वर्तमान बिजली खपत

विभिन्न फीडरों पर औसत लोड कुछ इस प्रकार है:

चरित्रवन: 14-16 मेगावाट

पुरुषोत्तमपुर: 12-14 मेगावाट

चौसा: 7-9 मेगावाट

इटाढ़ी: 7-8.5 मेगावाट

पांडेयपट्टी: 7-8 मेगावाट

औद्योगिक: 10-12 मेगावाट

जयपुर: 2.5-4 मेगावाट

आगे आने वाले दिनों में नौतपा के दौरान यह मांग और भी बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।