
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बिहार में स्वतंत्रता दिवस को यादगार बनाने के लिए इस बार "हर घर तिरंगा" अभियान को बड़े पैमाने पर मनाने की तैयारी हो रही है। कला, संस्कृति एवं युवा विभाग ने सभी जिलों के डीएम को निर्देश जारी करते हुए हर प्रखंड में दो-दो हजार तिरंगे बांटने का निर्णय लिया है। तिरंगा वितरण की जिम्मेदारी जीविका दीदियों को सौंपी गई है, ताकि अभियान घर-घर तक पहुंच सके।
अभियान के तहत प्रभात फेरी, तिरंगा यात्रा, सांस्कृतिक कार्यक्रम, तिरंगा राखी प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता और कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। इस साल राज्य में 10.50 लाख तिरंगे वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए प्रति प्रखंड 50-50 हजार रुपये की राशि भी उपलब्ध कराई गई है। सभी सरकारी दफ्तरों, स्कूल-कॉलेजों, ग्राम पंचायतों, नगर निकायों और सार्वजनिक स्थलों पर तिरंगा फहराने व सजावट की पूरी जिम्मेदारी जिलाधिकारियों को दी गई है।
मुजफ्फरपुर में उमड़ा जनसैलाब
मुजफ्फरपुर के चक्कर मैदान स्थित स्टेशन हेडक्वार्टर से भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गई। इसमें सेना के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस, पूर्व सैनिकों और आमजन का स्वागत किया। लोगों को जागरूक करने के लिए बाइक रैली भी निकाली गई, जिसमें "भारत माता की जय" और "तिरंगा मेरी शान" जैसे नारे गूंजे।
कॉलेजों में देशभक्ति की लहर
एलएस कॉलेज में एनसीसी और एनएसएस इकाई ने विशाल तिरंगा यात्रा निकाली। प्राचार्य प्रो. कनुप्रिया ने कहा कि तिरंगा यात्रा न केवल देशभक्ति का प्रतीक है, बल्कि स्वतंत्रता संग्राम के महान नायकों की याद भी दिलाती है। इस मौके पर कई प्रोफेसरों और छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
रामेश्वर कॉलेज में भी राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से तिरंगा यात्रा और मैराथन रन का आयोजन हुआ। प्राचार्य प्रो. श्यामल किशोर ने कहा कि आजादी हमें लाखों कुर्बानियों के बाद मिली है, और तिरंगा इसका सबसे बड़ा प्रतीक है। यात्रा कॉलेज परिसर से निकलकर मरीन ड्राइव, सिकंदरपुर कुंडल और बांध होते हुए वापस लौटी।