
Prabhat Vaibhav, Digital Desk: मां बनना एक महिला के लिए सबसे महत्वपूर्ण चरण होता है। हालांकि, कई कारणों से कुछ महिलाओं को गर्भपात का सामना करना पड़ता है, जो उनके लिए शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से बहुत दर्दनाक होता है। ऐसे में गर्भपात के बाद जल्दी ठीक होने के लिए डाइट में कुछ खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए।
गर्भपात के बाद महिला को शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की कई समस्याओं से गुजरना पड़ता है। गर्भपात के बाद महिला को लंबे समय तक कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस दौरान महिला को करीब दो सप्ताह तक पेट में ऐंठन, शरीर में कमजोरी, दर्द और अत्यधिक रक्तस्राव जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। शारीरिक रूप से महिला को इस समस्या से निपटने में थोड़ा समय लग सकता है।
गर्भपात के बाद लक्षणों को नियंत्रित करने में स्वस्थ आहार बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसे में महिला के लिए सभी पोषक तत्वों का सेवन करना और आहार से जुड़ी कुछ खास बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। आइए इस लेख में जानते हैं कि गर्भपात के बाद महिला को क्या खाना चाहिए और किन चीजों से परहेज करना चाहिए।
गर्भपात के बाद कमजोरी महसूस होती है। ऐसे में रिकवरी के लिए डाइट में ये 6 फूड शामिल करने चाहिए। ताकि रिकवरी जल्दी आ सके। गर्भपात के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग होने से एनीमिया हो जाता है। ऐसे में आयरन की कमी हो जाती है। इसे पूरा करने के लिए डाइट में चुकंदर, खजूर, सोयाबीन, डार्क चॉकलेट, ब्राउन राइस समेत हरी सब्जियां शामिल करें।
गर्भावस्था के दौरान कैल्शियम का स्तर भी कम हो जाता है। इसकी पूर्ति के लिए अपने आहार में दूध, ब्रोकली, डेयरी उत्पाद, हरी सब्जियाँ आदि शामिल करें। नूडल्स, पास्ता या इंस्टेंट चावल जैसे कम फाइबर वाले स्टार्च वाले खाद्य पदार्थों से बचें। कम स्टार्च वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने से शरीर में शर्करा का स्तर बिगड़ सकता है। इसलिए गर्भपात के बाद कम स्टार्च वाले खाद्य पदार्थ न खाएं। मिठाई का सेवन कम करें और पेय और कैंडी से बचें। गर्भपात के बाद भेड़ का मांस, बीफ न खाएं। इससे नुकसान हो सकता है।