लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद से बड़ी खबर सामने आई है। पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी की चल-अचल संपत्ति की कुर्की हो रही है। पूर्व मंत्री के खिलाफ ये सख्त कार्रवाई एमपी एमएलए कोर्ट के आदेश पर हो रही है। एहतियात के तौर पर नौतनवा कस्बे में स्थित अमरमणि त्रिपाठी का आवास पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है। एसडीएम नौतनवा नंद प्रकाश मौर्य और कोतवाली इंस्पेक्टर अनिल कुमार यादव भारी पुलिस बल के साथ के साथ मौके पर मौजूद हैं।
उल्लेखनीय है कि पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के खिलाफ कुर्की की लगभग 23 साल पुराने एक मामले में हो रही है। छह दिसंबर 2001 को व्यापारी धर्मराज मद्धेशिया के बेटे राहुल का अपहरण हो गया था, जिसकी एफआईआर कोतवाली थाने में दर्ज कराई गयी थी। पुलिस ने इस मामले में अमरमणि समेत नौ लोगों को आरोपी बनाया था। आरोप लगया गया कि अपहृत लड़के की बारांदगी तत्कालीन मंत्री अमरमणि के लखनऊ स्थित घर से की गई थी।
इस मामले में अमरमणि के खिलाफ 24 अक्तूबर 2011 से गैर जमानती वारंट जारी है। पूर्व मंत्री को अदालत में सरेंडर होना था, लेकिन अमरमणि सरेंडर नहीं हुए। इसी वजह से त्रिपाठी की चल अचल संपत्ति की कुर्की की जा रही है। दो दशक पहले तक यूपी की सियासत में त्रिपाठी का डंका बजता था, लेकिन मधुमिता ह्त्या कांड के बाद उनकी सियासत का अवसान हो गया।