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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पंजाब राजभवन का नाम अब आधिकारिक तौर पर बदलकर लोक भवन पंजाब कर दिया गया है। गृह मंत्रालय से 25 नवंबर को इस संबंध में पत्र मिलने के बाद, पंजाब के राज्यपाल के प्रधान सचिव विवेक प्रताप सिंह ने गुरुवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी।

राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने गुरुवार शाम आयोजित कई राज्यों के स्थापना दिवस कार्यक्रम में भी इस बदलाव की घोषणा करते हुए बताया कि केंद्र सरकार के हालिया निर्देशों के अनुसार राजभवन का नाम बदला गया है। केंद्र ने कुछ समय पहले प्रधानमंत्री आवास सहित कई सरकारी स्थलों के नाम परिवर्तित करने का फैसला लिया था, उसी नीति के तहत यह निर्णय लागू हुआ है।

स्थापना दिवस समारोह में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की झलक

लोक भवन पंजाब, चंडीगढ़ में गुरुवार शाम उत्तराखंड, झारखंड, असम और नागालैंड का स्थापना दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में राज्यपाल ने कहा कि “राज भवन” से “लोक भवन” का बदलाव देश में हो रहे सकारात्मक परिवर्तन और लोकतांत्रिक भावना का प्रतीक है।

उन्होंने सरदार वल्लभभाई पटेल के ऐतिहासिक योगदान—562 रियासतों का एकीकरण और भारत को विभाजित करने की साज़िशों को विफल करने—को भी याद किया।

कार्यक्रम में चारों राज्यों के राज्यपालों के वीडियो संदेश प्रदर्शित किए गए, जबकि राज्यों के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्रों की सामाजिक प्रगति, सांस्कृतिक विरासत, भौगोलिक विशेषताओं और आर्थिक विकास पर प्रकाश डाला। इससे भारत की विशाल सांस्कृतिक और क्षेत्रीय विविधता का परिचय मिला।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बांधा समां

चारों राज्यों के कलाकारों ने अपनी-अपनी सांस्कृतिक पहचान के अनुरूप पारंपरिक प्रस्तुतियां दीं—

उत्तराखंड से नंदा देवी पालकी नृत्य और लोकप्रिय लोकगीत “बेड़ू पाको बारामासा”

झारखंड से जनजातीय और कृषक जीवन पर आधारित नृत्य

असम से जोशीला बिहू और पारंपरिक बंगुरुंबा नृत्य

नागालैंड से बांस नृत्य, रंगीन जनजातीय प्रस्तुतियां और पारंपरिक वारियर डांस

सबसे खास आकर्षण असम और नागा नृत्य का फ्यूजन रहा, जिसने सांस्कृतिक एकता और सौहार्द का संदेश दिया।

कार्यक्रम में मौजूद रहे कई वरिष्ठ अधिकारी

इस आयोजन में भारत के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल सत्य पाल जैन, पंजाब के मुख्य सचिव एच. राजेश प्रसाद, राज्यपाल के प्रमुख सचिव विवेक प्रताप सिंह, गृह सचिव मनीप सिंह बराड़, वित्त सचिव दिप्रवा लाकड़ा, डीजीपी डॉ. सागर प्रीत हुड्डा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।