
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : आषाढ़ मास की पूर्णता के साथ ही आधी रात को जैसे ही गुरुवार बीता, वैसे ही सावन बाबा विश्वनाथ के दरबार में उतर आया। पूरे काशी शहर में जैसे भक्ति का रंग घुल गया हो – केसरिया वस्त्र, हर-हर महादेव के उद्घोष और श्रद्धा से सराबोर वातावरण ने माहौल को अलौकिक बना दिया।
इस बार बाबा के भक्तों के लिए विश्वनाथ धाम में खास तैयारियां की गई हैं – छांव के लिए तंबू, मीठे जल के लिए गुड़-पानी, और सेवा भाव में रेड कारपेट तक बिछा दी गई है। हेलीकॉप्टर से सुरक्षा की निगरानी होगी और बाबा की अगवानी में पुष्प वर्षा भी की जाएगी। सावन शुरू होते ही वीवीआईपी दर्शन (प्रोटोकॉल दर्शन) पूरी तरह बंद कर दिए गए हैं ताकि हर भक्त को समान भाव से दर्शन का लाभ मिल सके।
30 दिनों का विशेष सावन, चार सोमवार और अनोखे रूप में बाबा का शृंगार
इस बार सावन पूरे 30 दिनों का है, जो 12 जुलाई की रात 2:06 बजे से शुरू होकर 9 अगस्त को समाप्त होगा। धार्मिक गणनाओं के अनुसार कुछ तिथियों में बदलाव रहेगा लेकिन श्रद्धा में कोई कमी नहीं होगी। इस बार सावन में चार सोमवार पड़ रहे हैं और हर सोमवार को बाबा का विशेष शृंगार होगा:
14 जुलाई (प्रथम सोमवार): चल प्रतिमा का शृंगार
21 जुलाई (द्वितीय सोमवार): गौरीशंकर रूप में शृंगार
28 जुलाई (तृतीय सोमवार): अर्धनारीश्वर रूप में
4 अगस्त (चतुर्थ सोमवार): रुद्राक्ष शृंगार
9 अगस्त (पूर्णिमा): शिव परिवार का वार्षिक झूला शृंगार
भक्तों के लिए स्वास्थ्य, सुविधा और सेवा की व्यवस्था
भीड़ की संभावनाओं को देखते हुए धाम परिसर में 5 हेल्थ केयर सेंटर बनाए गए हैं। किसी आपात स्थिति में डॉक्टर, एंबुलेंस, दवाइयों और प्राथमिक इलाज की व्यवस्था रहेगी। बच्चों के लिए बिस्किट-चॉकलेट, बुजुर्गों के लिए मुफ्त ई-रिक्शा और प्यासों के लिए ओआरएस व पानी के स्टॉल लगाए गए हैं।
मंदिर के पास का रास्ता वाहन रहित घोषित किया गया है, जिससे लगभग तीन किलोमीटर का रास्ता पैदल तय करना होगा। ऐसे में अशक्तों और बुजुर्गों के लिए मैदागिन से मंदिर के गेट नंबर 4 तक मुफ्त ई-रिक्शा चलाया जाएगा।
घर बैठे बाबा के दर्शन की सुविधा
जो श्रद्धालु काशी नहीं आ सकते, उनके लिए भी बाबा विश्वनाथ के दर्शन की व्यवस्था की गई है। स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत शहर के प्रमुख स्थलों पर एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं, जिन पर बाबा की आरती व शृंगार झांकी का सीधा प्रसारण होगा। साथ ही श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के यूट्यूब चैनल पर लाइव स्ट्रीमिंग भी होगी, जिससे हर कोई घर बैठे बाबा के दर्शन कर सकेगा।