
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पंजाब की राजनीति में उस वक्त हलचल मच गई जब पूर्व कैबिनेट मंत्री और शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के अमृतसर स्थित घर पर विजिलेंस ब्यूरो ने अचानक छापा मारा। इस छापेमारी के बाद मजीठिया को हिरासत में ले लिया गया। गिरफ्तारी से पहले मजीठिया ने अपने बेटों को गले लगाया और कहा, "मजबूत रहो, डरो मत।"
इस घटना का वीडियो भी सामने आया है जिसमें मजीठिया पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को सीधे तौर पर चुनौती देते दिखे। उन्होंने कहा, “भगवंत मान जी, चाहे जितनी एफआईआर दर्ज कर लो, मैं डरने वाला नहीं हूं और न ही आपकी सरकार मेरी आवाज को दबा पाएगी।”
हरसिमरत कौर ने दी तीखी प्रतिक्रिया
मजीठिया की बहन और बीजेपी सांसद हरसिमरत कौर बादल ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर प्रतिक्रिया देते हुए इस कार्रवाई की तुलना 1975 की इमरजेंसी से कर डाली। उन्होंने लिखा, “आज जिस तरह मेरे भाई के घर पुलिस भेजकर आवाज दबाने की कोशिश हुई, उसने इमरजेंसी की याद दिला दी। जैसे इंदिरा गांधी ने विरोधियों को कुचलने की कोशिश की थी, वैसा ही आज भगवंत मान कर रहे हैं।”
हरसिमरत ने आगे कहा कि उनका परिवार पहले भी सरकारों के ज़ुल्म के आगे नहीं झुका था और अब भी नहीं झुकेगा। उन्होंने सीएम भगवंत मान को चेतावनी देते हुए लिखा, “आप कितना भी जोर लगा लो, सच्चाई की आवाज नहीं दबा सकते। 2027 के बाद जनता तुम्हें तुम्हारे कर्मों का हिसाब देगी।”
किस केस में हुई कार्रवाई?
बिक्रम मजीठिया दिसंबर 2021 से एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मामलों का सामना कर रहे हैं। उन पर मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल होने के गंभीर आरोप लगे हैं। इसी मामले में विजिलेंस ब्यूरो और पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम ने अमृतसर में मजीठिया के घर समेत कुल 26 ठिकानों पर छापेमारी की। अधिकारियों का कहना है कि ड्रग्स से जुड़ी अवैध कमाई और सबूतों की तलाश में ये छापे मारे गए हैं।
इस पूरी कार्रवाई के बाद पंजाब की राजनीति और तेज हो गई है, और सियासी संग्राम अब खुलकर सोशल मीडिया और जनता के बीच लड़ा जा रहा है।