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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : नीदरलैंड में मंकीपॉक्स वायरस के एक नए और अधिक संक्रामक वेरिएंट, 'मंकीपॉक्स टाइप 1बी' का पहला मामला सामने आया है, जिसने वैश्विक स्वास्थ्य संगठनों की चिंता बढ़ा दी है। देश के स्वास्थ्य मंत्री जान एंथनी ब्रुइन ने 17 अक्टूबर को इस संक्रमण की पुष्टि की। जिस व्यक्ति में यह संक्रमण पाया गया, उसे टीका नहीं लगाया गया था और उसने कोई अंतरराष्ट्रीय यात्रा भी नहीं की थी, जिससे यह संकेत मिलता है कि संक्रमण देश के भीतर फैल गया है। यूरोपीय रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (ईसीडीसी) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) लगातार स्थिति पर नज़र रख रहे हैं। हालाँकि, अधिकारियों ने जनता को आश्वस्त किया है कि इसके और फैलने का जोखिम फिलहाल कम है।

एक नए प्रकार के मंकीपॉक्स की पहचान और स्थानीय प्रसार

नीदरलैंड के स्वास्थ्य, कल्याण और खेल मंत्री, जान एंथनी ब्रुइन ने संसद को पत्र लिखकर इस गंभीर मामले की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस संक्रमण की पहचान 17 अक्टूबर को हुई थी और यह पहली बार है कि नीदरलैंड में मंकीपॉक्स टाइप 1बी नामक अधिक संक्रामक प्रकार की पुष्टि हुई है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, राष्ट्रीय लोक स्वास्थ्य एवं पर्यावरण संस्थान (आरआईवीएम) ने मामले की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि संक्रमित व्यक्ति को मंकीपॉक्स का टीका नहीं लगा था और उसने कोई अंतरराष्ट्रीय यात्रा भी नहीं की थी। इससे स्पष्ट संकेत मिलता है कि संक्रमण देश के भीतर ही समुदाय में फैल गया था। संक्रमित व्यक्ति को तुरंत आइसोलेट कर दिया गया है और स्थानीय स्वास्थ्य विभाग उसके यात्रा इतिहास, संपर्कों और संक्रमण के मूल स्रोत की गहन जाँच कर रहा है। मंत्री ने आश्वासन दिया कि ईसीडीसी और विश्व स्वास्थ्य संगठन स्थिति को गंभीरता से ले रहे हैं और इस पर कड़ी नज़र रख रहे हैं।

संक्रमण फैलने के तरीके और जोखिम का क्षेत्र

मंकीपॉक्स एक वायरल बीमारी है जिसके लक्षणों में बुखार, थकान, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश और चकत्ते शामिल हैं। आरआईवीएम के अनुसार, यह वायरस मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति के सीधे शारीरिक संपर्क से फैलता है। यह संपर्क त्वचा से त्वचा, मुँह से मुँह या मुँह से त्वचा के संपर्क के माध्यम से हो सकता है। हालाँकि, संक्रमित व्यक्ति के साथ निकट संपर्क भी खतरनाक हो सकता है, क्योंकि संक्रमित कण हवा के माध्यम से भी फैल सकते हैं।

विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि जिन लोगों के कई यौन साथी होते हैं, उन्हें मंकीपॉक्स होने का ज़्यादा ख़तरा होता है। यह वायरस दूषित कपड़ों, चादरों, तौलियों या अन्य इस्तेमाल की गई चीज़ों से भी फैल सकता है। अगर उचित सावधानी न बरती जाए, तो अस्पतालों में सुई लगाने से भी संक्रमण फैल सकता है। टैटू पार्लर जैसी जगहों पर, जहाँ त्वचा संबंधी उपचार किए जाते हैं, वहाँ भी उचित स्वच्छता का ध्यान न रखने पर वायरस फैलने का ख़तरा रहता है।

खासकर, यह संक्रमण गर्भवती महिलाओं के लिए खतरनाक हो सकता है। अगर गर्भावस्था के दौरान मंकीपॉक्स हो जाए, तो इसका वायरस गर्भ में पल रहे बच्चे तक पहुँच सकता है। इससे गर्भपात, मृत जन्म, नवजात शिशु की मृत्यु या माँ और बच्चे दोनों के लिए गंभीर जटिलताएँ हो सकती हैं, इसलिए गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। विशेषज्ञ भविष्य में संक्रमण को रोकने के लिए बेहतर रणनीतियाँ विकसित करने हेतु मंकीपॉक्स के प्रसार पर और अधिक अध्ययन की आवश्यकता पर ज़ोर देते हैं।