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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पंजाब की राजनीति फिर हलचल में है। मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर 500 करोड़ रुपये के बयान के बाद विवादों में घिरी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू ने राज्यपाल को मांगपत्र सौंपा और सुरक्षा की मांग की है।

सिद्धू ने इंटरनेट मीडिया अकाउंट पर भी पोस्ट टैग करते हुए स्पष्ट किया कि उन्हें अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने की जरूरत है। राज्यपाल को सौंपे गए मांगपत्र में उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा चलाए जा रहे बड़े भूमि घोटाले की जानकारी देने आई हैं।

भू-माफियाओं पर आरोप

सिद्धू का आरोप है कि शिवालिक क्षेत्र में भू-माफियाओं को वर्षों से न्यूनतम दरों पर जमीन हड़पने की अनुमति दी जा रही है। यह जमीन संरक्षित वन क्षेत्र में स्थित है, और कुछ भूखंड 1 एकड़ से लेकर 10,000 एकड़ तक के हैं। उनका कहना है कि सरकार इसे नियमित करने की कोशिश कर रही है।

पिछला विवाद और कार्रवाई

जब नवजोत सिद्धू स्थानीय निकाय मंत्री थीं, उन्होंने फाइल पर हस्ताक्षर करने से इनकार किया था और जांच का आदेश दिया था। उनके पास न्यायमूर्ति कुलदीप सिंह और सेवानिवृत्त IPS अधिकारी चंद्र शेखर द्वारा तैयार किए गए रिकॉर्ड मौजूद हैं।

फाइल पर हस्ताक्षर न करने के कारण उन्हें उनके विभाग से हटाया गया था। सिद्धू का कहना है कि यह कार्रवाई उनके निष्पक्ष और ईमानदार दृष्टिकोण के कारण हुई थी।

सरकार का दावा और निवेश योजनाएं

वहीं, पंजाब सरकार अगर पूरी भूमि का अधिग्रहण करती है, तो लगभग 80,000 करोड़ रुपये के निवेश का वादा किया गया है। इसमें शामिल हैं:

कृषि विश्वविद्यालय

फिल्म सिटी

डिज्नी वर्ल्ड

खेल विश्वविद्यालय

अंतरराष्ट्रीय गोल्फ कोर्स

चिकित्सा पर्यटन के लिए 500 एकड़ में विश्व स्तरीय अस्पताल, जहाँ दुनिया भर से मरीज इलाज करवा सकेंगे