
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : भ्रष्टाचार के आरोपों में नाभा जेल में बंद सेंट्रल से विधायक रमन अरोड़ा की तबीयत लगातार खराब होती जा रही है। उन्हें पित्त की थैली में पथरी की समस्या है, जिससे अक्सर तेज दर्द उठता है। जेल में रहते हुए उनकी स्थिति और बिगड़ रही है। हालात ऐसे हो चुके हैं कि उन्हें नियमित दवाइयों की जरूरत पड़ रही है।
बुधवार को रमन अरोड़ा के वकील दर्शन सिंह दयाल और नवीन चड्ढा ने उनके इलाज के लिए एक नई अर्जी ड्यूटी जज डॉ. दीप्ति गुप्ता की अदालत में दायर की। अर्जी में बताया गया है कि रमन अरोड़ा की पित्त की थैली में 13 एमएम की पथरी है और इससे उन्हें दिन-रात असहनीय दर्द झेलना पड़ रहा है। ऐसे में उन्हें विशेष इलाज की सख्त जरूरत है।
वकीलों ने अदालत से गुजारिश की है कि रमन अरोड़ा को बेहतर इलाज की सुविधा दी जाए। इस अर्जी पर सुनवाई के लिए अदालत ने 21 जून की तारीख तय की है। उसी दिन यह तय होगा कि रमन अरोड़ा को जेल से बाहर इलाज की इजाजत मिलेगी या नहीं।
इसी बीच रमन अरोड़ा के करीबी महेश मखीजा, जो इस समय कपूरथला जेल में बंद हैं, मानसिक और शारीरिक परेशानियों से जूझ रहे हैं। जानकारी के अनुसार, मखीजा की मानसिक स्थिति तेजी से बिगड़ रही है। उन्होंने अदालत में जमानत याचिका की बजाय डिप्रेशन, हाई बीपी और पेट से जुड़ी पुरानी बीमारियों के इलाज के लिए विशेष अनुमति मांगी है।
मखीजा ने जेल प्रशासन को एक पत्र भेजकर निवेदन किया है कि उन्हें जेल के बाहर के डॉक्टर से इलाज करवाने की इजाजत दी जाए, या फिर बाहर से दवाएं मंगवाने की सुविधा दी जाए। अभी जेल प्रशासन के फैसले का इंतजार किया जा रहा है।
इसी मामले में एक और मोड़ तब आया जब विधायक रमन अरोड़ा के समधी राजू मदान की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई 25 जून तक टाल दी गई। पहले यह सुनवाई मंगलवार को होनी थी, लेकिन अदालत ने अगली तारीख तय कर दी।
वहीं, रमन अरोड़ा के बेटे की ओर से दायर की गई अग्रिम जमानत याचिका पर भी सोमवार को सुनवाई नहीं हो सकी। अदालत ने विजिलेंस विभाग को 3 जुलाई को आवश्यक दस्तावेजों के साथ पेश होने का निर्देश दिया है, जिसके बाद उसी दिन जमानत याचिका पर निर्णय लिया जाएगा।