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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : सूखे मेवों को हमेशा से ही स्वास्थ्य के लिए एक सुपरफूड माना जाता रहा है। ये ऊर्जा प्रदान करते हैं और कई बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। ये स्वस्थ वसा, प्रोटीन, आयरन, विटामिन बी, फाइबर और खनिजों से भरपूर होते हैं। यही वजह है कि डॉक्टर और पोषण विशेषज्ञ रोज़ाना सूखे मेवे खाने की सलाह देते हैं। हालाँकि, अगर आप इनका ज़रूरत से ज़्यादा सेवन करते हैं, तो यह आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। तो चलिए आज हम आपको ज़्यादा सूखे मेवे और मेवे खाने से होने वाले संभावित स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में बताते हैं।

कब्ज़ की शिकायत

सूखे मेवों में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो सीमित मात्रा में ही फायदेमंद माना जाता है। हालाँकि, इनका अधिक सेवन पाचन तंत्र पर दबाव डाल सकता है। फाइबर की अधिकता गैस, पेट दर्द, पेट फूलना, कब्ज या दस्त जैसी समस्याओं का कारण बन सकती है। खासकर अगर आप सुबह खाली पेट सूखे मेवे खाते हैं, तो पाचन संबंधी समस्याएं और भी बदतर हो सकती हैं।

भार बढ़ना

सूखे मेवों में कैलोरी की मात्रा ज़्यादा होती है; रोज़ाना इनका ज़्यादा सेवन करने से वज़न तेज़ी से बढ़ सकता है। एक अध्ययन के अनुसार, रोज़ाना सिर्फ़ 250 अतिरिक्त कैलोरी वाले सूखे मेवे खाने से एक महीने में लगभग दो पाउंड वज़न बढ़ सकता है। ख़ास तौर पर, काजू, बादाम और किशमिश जैसे सूखे मेवों का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।

रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि

खजूर, किशमिश और अंजीर जैसे कई सूखे मेवों में प्राकृतिक शर्करा की मात्रा अधिक होती है। इनका अधिक सेवन रक्त शर्करा के स्तर में अचानक वृद्धि का कारण बन सकता है। इसलिए, मधुमेह या उच्च रक्तचाप वाले लोगों को इनका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि ये शर्करा के स्तर और इंसुलिन संतुलन दोनों को प्रभावित कर सकते हैं।

त्वचा संबंधी समस्याएं

सूखे मेवों में मौजूद प्रोटीन और वसा त्वचा की तेल ग्रंथियों को सक्रिय करते हैं। ज़्यादा खाने से त्वचा तैलीय हो सकती है। बादाम, काजू, पिस्ता, खजूर और अखरोट जैसे सूखे मेवे शरीर की गर्मी बढ़ाते हैं, जिससे त्वचा पर प्रतिक्रिया हो सकती है।

एलर्जी और अस्थमा का खतरा

कुछ सूखे मेवों को लंबे समय तक रखने के लिए सल्फर डाइऑक्साइड जैसे रसायनों में संरक्षित किया जाता है। इनके अत्यधिक सेवन से एलर्जी, अस्थमा और त्वचा पर चकत्ते होने का खतरा बढ़ सकता है। सांस की समस्या वाले लोगों को सावधान रहना चाहिए।

आपको कितना सूखा फल खाना चाहिए?

विशेषज्ञ बताते हैं कि रोज़ाना सिर्फ़ 20 से 30 ग्राम या लगभग एक मुट्ठी सूखे मेवे खाना ही काफ़ी है। इससे शरीर को ज़रूरी पोषक तत्व मिलते हैं और इसके कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होते। विशेषज्ञ यह भी सलाह देते हैं कि सूखे मेवे और बीज सेहत के लिए फ़ायदेमंद तो हैं, लेकिन इनका सेवन सोच-समझकर करना चाहिए, क्योंकि ज़्यादा सेवन नुकसानदेह हो सकता है।