
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : सोमवार को जिले में हुई मूसलधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया। जगह-जगह जलभराव हो गया है और निकासी नाले ओवरफ्लो हो गए हैं। इसका सबसे बड़ा असर निर्माणाधीन मुक्तसर-फिरोजपुर हाईवे पर देखने को मिला, जहां गांव बूड़ा गुज्जर के पास बनाया गया अस्थायी रास्ता तेज बहाव में बह गया।
इस वजह से हाईवे पर यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। अब मुक्तसर से फिरोजपुर या फिरोजपुर से मुक्तसर आने-जाने वाले लोग और बसें आस-पास के गांवों के रास्ते से होकर लंबा रास्ता तय कर रही हैं। बस चालकों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इसी तरह, मलोट रोड पर गांव रुपाणा में भी निकासी नाले के ऊपर बन रहे पुल के कारण अस्थायी मार्ग बनाया गया था। वह भी बारिश के पानी के तेज बहाव में बह गया है, जिससे यहां भी ट्रैफिक बंद हो गया है।
147 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा हाईवे
सूत्रों के अनुसार, यह हाईवे 147 करोड़ की लागत से 63 किलोमीटर लंबा बनाया जा रहा है। निर्माण कार्य वर्ष 2021 में शुरू हुआ था, लेकिन यह अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। अब इसकी समयसीमा छह महीने और बढ़ा दी गई है।
गांव बूड़ा गुज्जर में नाले पर पुल का निर्माण कार्य जारी है, लेकिन सोमवार सुबह से शाम तक हुई लगातार बारिश के कारण अस्थायी रास्ता बह गया। यह रास्ता फिरोजपुर तक पहुंचने का सबसे सीधा रास्ता था, जो अब पूरी तरह बंद हो चुका है।
अब गाड़ियां गुरुहरसहाय रोड, लंबी ढाबे, जस्सेआना और लुबानियांवाली जैसे गांवों से होकर घूम कर पहुंच रही हैं, जिससे आम यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
कीचड़ बना रास्ता दुर्गम
फिरोजपुर रोड पर कुछ हिस्से अभी कच्चे हैं और लगातार बारिश के कारण वहां कीचड़ भर गया है। इन रास्तों से अब दोपहिया और चारपहिया वाहन निकालना मुश्किल हो गया है।
मलोट हाईवे पर भी धीमा निर्माण और असुविधा
मलोट रोड के गांव रुपाणा में पुल का काम भी धीमी गति से चल रहा है। वहां भी अस्थायी रास्ता बारिश के बहाव में बह गया। इस कारण अब लोग बरकंदी, सोथा, गोनियाना, भंगचढ़ी, धीगाना जैसे गांवों से होकर घूमते हुए अपने गंतव्य तक पहुंच रहे हैं।
बारिश का अलर्ट, परेशानी और बढ़ेगी
मौसम विभाग ने शुक्रवार तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। ऐसे में आने वाले दिनों में हालात और भी बिगड़ सकते हैं। अगर बारिश जारी रही, तो इन रास्तों पर कई दिनों तक ट्रैफिक शुरू नहीं हो पाएगा। पहले से ही हाईवे के धीमे निर्माण कार्य के चलते लोग महीनों से परेशान हैं, अब बारिश ने मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।