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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : दिल्ली में गुरुवार को भूकंप के तेज़ झटके महसूस किए गए। आसपास के इलाकों में ये झटके करीब 10 सेकंड तक महसूस किए गए। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, इसकी तीव्रता 4.1 बताई जा रही है। हरियाणा के जींद और बहादुरगढ़ के अलावा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।

सुबह 9.04 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। ये झटके दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद में महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र हरियाणा का रोहतक था। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.1 रही। भूकंप के झटके से लोग डर के मारे अपने घरों और दफ्तरों से बाहर भागे। आपको बता दें कि धरती के अंदर सात टेक्टोनिक प्लेट्स होती हैं। ये प्लेट्स लगातार हिलती रहती हैं। जब ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं, एक-दूसरे से रगड़ खाती हैं, एक-दूसरे पर चढ़ती हैं या एक-दूसरे से दूर जाती हैं, तो जमीन हिलने लगती है। इसे ही भूकंप कहते हैं।

भूकंप को मापने के लिए रिक्टर स्केल का इस्तेमाल किया जाता है। इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल कहते हैं। रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल 1 से 9 तक होता है। भूकंप की तीव्रता उसके केंद्र यानी उपरिकेंद्र से मापी जाती है। यानी उस केंद्र से निकलने वाली ऊर्जा इसी स्केल पर मापी जाती है। 1 का मतलब है कि कम तीव्रता वाली ऊर्जा उत्सर्जित हो रही है। 9 का मतलब है सबसे ज़्यादा। बेहद भयानक और विनाशकारी लहर। जैसे-जैसे यह दूर जाती है, कमजोर होती जाती है। अगर रिक्टर स्केल पर तीव्रता 7 है, तो 40 किलोमीटर के दायरे में तेज़ झटका आया है।

तीन महीने पहले दिल्ली-एनसीआर में भूकंप आया था।

19 अप्रैल को दोपहर 12:17 बजे अफ़ग़ानिस्तान में रिक्टर पैमाने पर 5.8 तीव्रता का भूकंप आया। इसका असर जम्मू-कश्मीर और दिल्ली-एनसीआर तक महसूस किया गया। हालाँकि, जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ।

राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में भी भूकंप महसूस किया गया। श्रीनगर में एक व्यक्ति ने कहा, "मुझे भूकंप महसूस हुआ। मैं दफ़्तर में था, मेरी कुर्सी हिल गई।" कुछ इलाकों में लोग घरों और दफ़्तरों से बाहर भागते देखे गए।