
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तराखंड के धराली में युद्ध जैसा बचाव अभियान चल रहा है। 40-45 घंटे से लगातार चल रहे ऑपरेशन ज़िंदगी के तहत 372 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है, जिनमें विभिन्न राज्यों से आए तीर्थयात्री भी शामिल हैं।
अब तक 372 लोगों को बचाया जा चुका है। सभी लोगों को बचाकर सेना के कैंप में पहुँचा दिया गया है। इनमें 131 पर्यटक गुजरात के हैं। उनके सुरक्षित होने की खबर है। इसके अलावा, महाराष्ट्र के 123 लोगों को भी बचाया गया है। उत्तर प्रदेश के 12 और राजस्थान के छह पर्यटकों को भी बचाया गया है।
उत्तराखंड के धारली में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, सेना और उत्तराखंड पुलिस की टीमों द्वारा चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन ज़िंदगी अभी भी जारी है। लगभग 40-45 घंटे चले इस ऑपरेशन में 274 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। बचाए गए लोगों को हेलीकॉप्टर द्वारा धारली से हर्षिल पहुँचाया गया है। इनमें विभिन्न स्थानों से आए बड़ी संख्या में तीर्थयात्री भी शामिल हैं।
किस राज्य से कितने तीर्थयात्रियों को बचाया गया?
उत्तराखंड सरकार ने एएनआई को बताया कि गुजरात से 131 लोगों को सुरक्षित हर्षिल पहुँचा दिया गया है और सभी सुरक्षित हैं। इनमें गुजरात समेत कई राज्यों के पर्यटक भी शामिल हैं। आइए जानते हैं कि ये किस राज्य के लोग हैं।
किस राज्य से कितने पर्यटक?
- गुजरात – 131
- महाराष्ट्र – 123
- मध्य प्रदेश – 21
- उत्तर प्रदेश – 12
- राजस्थान – 6
- दिल्ली – 7
- असम – 5
- कर्नाटक – 5
- तेलंगाना – 3
- पंजाब – 1
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में आई आपदा के बाद महाराष्ट्र के 151 पर्यटक फंसे हुए हैं। फंसे हुए पर्यटकों में से 31 से संपर्क नहीं हो पा रहा है। राज्य सरकार ने बताया कि महाराष्ट्र के 120 फंसे हुए पर्यटकों को आईटीबीपी के कैंपों में रखा गया है।
राज्य सरकार से मिली जानकारी के अनुसार, महाराष्ट्र के 120 पर्यटकों को आईटीबीपी कैंप में रखा गया है, जहाँ वे पूरी तरह सुरक्षित हैं। बाकी 31 पर्यटकों से संपर्क स्थापित करने के लिए मुख्य सचिव राजेश कुमार ने उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद वर्धन से फ़ोन पर बात की। मुख्य सचिव ने पर्यटकों का पता लगाने और उन्हें महाराष्ट्र वापस लाने में मदद मांगी है।
बचाव अभियान में चिनूक हेलीकॉप्टर तैनात
उत्तरकाशी के हर्षिल से बचाए गए 35 लोगों को भारतीय वायु सेना के चिनूक विमान से जॉलीग्रांट हवाई अड्डे पर पहुँचाया गया। आईटीबीपी के बचाव दल ने गंगोत्री से मुखवा तक कुल 307 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाला और वे दल के साथ हर्षिल हेलीपैड पहुँच गए हैं। मलबे में फंसे लोगों को बचाने के लिए बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्थिति पर नज़र रखे हुए हैं। गुरुवार को मुख्यमंत्री ने बीआरओ अधिकारियों, केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा, आईटीबीपी और एनडीआरएफ के अधिकारियों के साथ फिर से बैठक की। उन्होंने प्रभावित गाँवों का दौरा भी किया और स्थानीय लोगों से मुलाकात की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया। धामी घायलों से मिलने अस्पताल भी पहुँचे थे।