
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : आपदाग्रस्त धराली क्षेत्र में राहत और बचाव कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए गंगनानी मार्ग को दोबारा खोलना जरूरी हो गया है। गंगनानी में बीआरओ का पुल पूरी तरह टूट जाने के कारण धराली का उत्तरकाशी से संपर्क कट चुका है।
इस समस्या को दूर करने के लिए बेली ब्रिज बनाने का निर्णय लिया गया है। बीआरओ और राज्य के लोक निर्माण विभाग ने मिलकर बेली ब्रिज के निर्माण की तैयारियां पूरी कर ली हैं। गुरुवार शाम तक पुल के सात हिस्से ट्रकों द्वारा गंगनानी तक पहुंचा दिए गए। अधिकारियों के अनुसार, शुक्रवार सुबह से पुल निर्माण का काम शुरू कर दिया गया है।
बेली ब्रिज के हिस्से गंगनानी तक पहुंचाने के दौरान लगभग 30 से 35 किलोमीटर की दूरी में छह बड़े भूस्खलन क्षेत्र और खराब सड़क ने चुनौती पेश की। इस दौरान बीआरओ ने पहाड़ी काटकर सड़क चौड़ी की और मशीनरी को आगे बढ़ाया।
गंगनानी के पास टूटे पुल वाले हिस्से में भी लगभग 150 मीटर सड़क ध्वस्त हो गई थी, जिससे ट्रकों को आने-जाने में दिक्कत हुई। यहां भी पहाड़ी काटकर सड़क चौड़ी की गई। इस तरह शाम तक बेली ब्रिज के सभी हिस्से गंगनानी पहुंच गए।
बीआरओ के सहायक अभियंता नंदलाल ने बताया कि पुल का निर्माण शुक्रवार सुबह से शुरू हो गया है और इसे दो से ढाई दिन में पूरा करने का लक्ष्य है।
लोनिवि के अधिकारी हरीश पांगती और अंदीप राणा ने बताया कि पुल की कुल लंबाई 30 मीटर और चौड़ाई 4.5 मीटर होगी, जो सिंगल लेन होगा।
लोनिवि के अपर सचिव विनीत कुमार गंगनानी पहुंचे और बीआरओ तथा एसडीआरएफ टीम के साथ पुल निर्माण की समीक्षा की। उन्होंने युद्धस्तर पर काम करने के निर्देश दिए और कहा कि पुल बनने से पहले डबराणी में क्षतिग्रस्त सड़क को भी जल्द ठीक किया जाए ताकि संपर्क शीघ्र बहाल हो सके।