img

Prabhat Vaibhav,Digital Desk : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 25% टैरिफ लगाए जाने के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव की खबरों के बीच, भारत के विदेश मंत्रालय ने एक अहम स्पष्टीकरण दिया है। सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों का मंत्रालय की तथ्य-जांच इकाई ने पूरी तरह से खंडन किया है। मंत्रालय ने साफ तौर पर कहा है कि ट्रंप के इस कदम के जवाब में भारत किसी भी तरह की जवाबी कार्रवाई की योजना नहीं बना रहा है। इसके बजाय, दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों को बेहतर बनाने के लिए बातचीत चल रही है। इस वार्ता का अगला दौर 24 अगस्त को नई दिल्ली में होगा।

विदेश मंत्रालय ने अफवाहों को खारिज कर दिया।

इस घटनाक्रम के बाद, सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें फैलने लगीं कि भारत भी इन अमेरिकी टैरिफ का जवाब देने के लिए तैयार है और अमेरिका द्वारा छूट प्राप्त वस्तुओं की समीक्षा कर रहा है। हालाँकि, भारतीय विदेश मंत्रालय की फैक्ट चेक यूनिट ने 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करके इन खबरों को झूठा करार दिया है। मंत्रालय ने स्पष्ट रूप से कहा है कि ऐसी कोई योजना फिलहाल विचाराधीन नहीं है।

इसके अलावा, विदेश मंत्रालय ने उन रिपोर्टों का भी खंडन किया है जिनमें दावा किया गया था कि यदि अमेरिका की 'शत्रुतापूर्ण आर्थिक नीतियां' जारी रहीं तो भारत अमेरिका के साथ अपने द्विपक्षीय समझौतों को निलंबित करने पर विचार कर रहा है।

द्विपक्षीय वार्ता जारी

खबरों के मुताबिक, दोनों देश इस तनावपूर्ण स्थिति को सुलझाने के लिए गंभीर प्रयास कर रहे हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बातचीत फिलहाल वर्चुअल माध्यम से चल रही है। छठे और निर्णायक दौर की यह वार्ता 24 अगस्त को नई दिल्ली में होगी, जिसमें अमेरिकी व्यापार वार्ता दल हिस्सा लेगा। इस बैठक में व्यापार संबंधी लंबित मुद्दों को सुलझाने पर ज़ोर दिया जाएगा।

ट्रम्प का तीखा हमला

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 'ट्रुथ सोशल' पर भारत पर तीखा हमला करते हुए लिखा, "भले ही भारत हमारा दोस्त है, लेकिन हमने पिछले कुछ वर्षों में उनके साथ बहुत कम व्यापार किया है क्योंकि उनके टैरिफ दुनिया में सबसे ज़्यादा हैं।" उन्होंने रूस के साथ भारत के संबंधों की भी आलोचना करते हुए कहा कि दोनों देशों को "अपनी मरती हुई अर्थव्यवस्थाओं के साथ नरक में जाना चाहिए।"