
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : भारतीय सेना के एयर डिफेंस डायरेक्टर लेफ्टिनेंट जनरल सुमेर इवान डी'कुन्हा ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की सैन्य क्षमताओं पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि भारत के पास पाकिस्तान में घुसकर सटीक हमला करने की क्षमता है, चाहे वह रावलपिंडी हो, खैबर पख्तूनख्वा हो या कोई अन्य क्षेत्र।
लेफ्टिनेंट जनरल सुमेर इवान डी'कुन्हा ने कहा कि पूरा पाकिस्तान हमारी सीमा में है। यदि पाकिस्तानी सेना अपना मुख्यालय रावलपिंडी से केपीके में स्थानांतरित भी कर दे, तो भी उन्हें छिपने के लिए कोई गहरा गड्ढा ढूंढना पड़ेगा।
#WATCH | Delhi: DG Army Air Defence Lt Gen Sumer Ivan D’Cunha says, "India has an adequate arsenal of weapons to take on Pakistan right across its depth. So, from its broadest to its narrowest, wherever it is, the whole of Pakistan is within range... The GHQ (General… pic.twitter.com/U8jFcmIC8Y
— ANI (@ANI) May 19, 2025
ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने क्या किया?
पहलगाम आतंकवादी हमले का बदला लेने के लिए भारतीय सेना ने 6-7 मई की रात को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तानी एयरबेसों और आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमला किया। सेना ने लड़ाकू विमानों, लंबी दूरी के ड्रोनों और निर्देशित हथियारों का उपयोग करते हुए प्रभावी ढंग से जवाबी हमला किया। सेना और जैश के मुख्यालय, घुसपैठ चौकियां और नियंत्रण कक्ष नष्ट कर दिए गए। इस ऑपरेशन में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गये, जिनमें भारत के कुछ सर्वाधिक वांछित आतंकवादी भी शामिल थे।
भारतीय सेना की रणनीति
लेफ्टिनेंट जनरल डी'कुन्हा ने कहा कि भारत की सैन्य सोच में बदलाव आया है। अब हम सिर्फ "बर्दाश्त" नहीं कर रहे हैं, बल्कि सही समय पर सही जवाब देने की नीति अपनाई जा रही है, जिसे उन्होंने शिशुपाल सिद्धांत के नाम से संबोधित किया। शिशुपाल सिद्धांत के तहत लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा, "जब तक सीमा पार नहीं होती, हम सहन करते हैं, लेकिन जैसे ही सीमा पार होती है, हम निर्णायक कार्रवाई करते हैं।" इस रणनीति के जरिए भारत ने दुनिया को संकेत दिया है कि उसने अब आतंकवाद के खिलाफ रक्षात्मक के बजाय आक्रामक रुख अपना लिया है।
आत्मनिर्भर सैन्य प्रौद्योगिकी
ऑपरेशन सिंदूर में भारत की स्वदेशी तकनीक और सैन्य शाखाओं के बीच तालमेल देखा गया। भारतीय सेना की ड्रोन डिटेक्शन और इंटरसेप्शन प्रणाली ने दुश्मन के यूएवी को बेअसर कर दिया। लंबी दूरी की सटीक मिसाइलों ने बिना किसी नागरिक क्षति के आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया। वायु सेना, सेना और खुफिया एजेंसियां एकीकृत कमान संरचना के तहत समन्वित तरीके से काम करती थीं। इस बारे में डी'कुन्हा ने कहा कि हमने न केवल सीमाओं की रक्षा की है, बल्कि शिविरों, नागरिक क्षेत्रों और अपने सैनिकों के परिवारों की भी रक्षा की है। यह हमारी सच्ची जीत है.