Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार के राजनीति में कदम रखने की चर्चा एक बार फिर तेज हो गई है। जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने पटना एयरपोर्ट पर दिए एक बयान के बाद अटकलों को और हवा मिल गई है। शुक्रवार को वे निशांत कुमार के साथ एयरपोर्ट पर मौजूद थे।
पत्रकारों से बातचीत में संजय झा ने कहा कि पार्टी के भीतर हर कोई चाहता है कि निशांत आगे आएं और संगठन के लिए काम करें। उन्होंने साफ कहा कि निर्णय पूरी तरह निशांत का होगा—कब और कैसे वे राजनीति में योगदान देना चाहें।
जब मीडिया ने निशांत कुमार से सीधे राजनीति में आने की इच्छा के बारे में पूछा, तो वे सिर्फ मुस्कुरा कर रह गए और कोई जवाब नहीं दिया, जिससे अटकलें और बढ़ गईं।
निशांत ने हालांकि एनडीए और जदयू को मिली भारी जीत पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह जीत जनता के आशीर्वाद और विश्वास का परिणाम है। साथ ही उन्होंने भरोसा जताया कि उनके पिता नीतीश कुमार इस बार भी अपने वादों—विशेषकर एक करोड़ नौकरियों और रोजगार—को पूरा करेंगे।
निशांत के राजनीति में आने की चर्चा कोई नई बात नहीं है। गठबंधन और जदयू के भीतर कई नेता पहले भी उनकी एंट्री की वकालत कर चुके हैं। आरएलएम प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने तो यहां तक कहा था कि जदयू को मजबूत रखना है तो निशांत को राजनीति में लाना ही होगा। विधानसभा चुनाव के समय यह भी चर्चा थी कि उन्हें नालंदा की किसी सीट से टिकट मिल सकता है।
हालांकि तब ऐसा नहीं हुआ, लेकिन एनडीए की प्रचंड जीत के बाद यह मुद्दा एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। जदयू के वरिष्ठ नेता के ताज़ा बयान ने इस चर्चा को और तेज कर दिया है।




