
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : इजराइल और ईरान के बीच चल रहा संघर्ष दिन-ब-दिन और भी गहराता जा रहा है। शनिवार को अमेरिकी हमले के बाद ईरान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए राजधानी तेल अवीव समेत इजराइल के 10 शहरों और हाइफा जैसे शहरों पर हमला किया। इन हमलों से आस-पास के इलाकों में अफरा-तफरी मच गई।
इजरायल के सरकारी प्रसारक कान के अनुसार, ईरान के नवीनतम मिसाइल हमले में इजरायल के 10 ठिकानों को निशाना बनाया गया। हवाई हमले के दौरान चेतावनी सायरन बजने लगे, जिससे नागरिकों में दहशत फैल गई।
इस बीच, ईरान द्वारा हमले तेज करने के बाद इजरायली हवाई अड्डा प्राधिकरण ने इजरायल के हवाई क्षेत्र को पूरी तरह से बंद कर दिया है।
VIDEO: First responders operate at an impact site in Ness Ziona, in central Israel, following fresh Iranian missile attacks pic.twitter.com/fK1EMZCJ9i
— AFP News Agency (@AFP) June 22, 2025
आईएए ने हवाई क्षेत्र बंद कर दिया
IAA ने हवाई क्षेत्र बंद करने की घोषणा करते हुए कहा कि सुरक्षा स्थिति के कारण देश के हवाई क्षेत्र को सभी उड़ानों के लिए बंद कर दिया गया है। इज़राइल की मुख्य एयरलाइनों, एल अल इज़राइल एयरलाइंस और अर्किया एयरलाइंस ने भी अगली सूचना तक सभी बचाव और नियमित उड़ानों को निलंबित कर दिया है। इस बीच, मिस्र और जॉर्डन के साथ भूमि क्रॉसिंग खुली रहेगी, जिससे नागरिकों और पर्यटकों के लिए वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होंगे।
हाइफा में बच्चों की सुरक्षा करते सुरक्षाकर्मी
द न्यू यॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरान द्वारा मिसाइल दागे जाने के बाद एक बचावकर्मी इजरायल के शहर हाइफा से बच्चों को निकालता हुआ। ईरान ने आज कई इजरायली शहरों पर मिसाइलें दागीं। कई इजरायली शहरों में सायरन बज रहे हैं।
ईरानी मिसाइल वर्षा
अमेरिकी परमाणु स्थल पर हमले से नाराज़ ईरान ने इज़रायल पर मिसाइल हमला कर दिया है। उत्तरी इज़रायल में सायरन बज रहे हैं और ईरानी मिसाइलें बरस रही हैं।
अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन: ईरान
एईओआई ने अमेरिकी हमलों को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताया और कहा कि हम कानूनी कार्रवाई शुरू कर रहे हैं और वैश्विक मंचों पर अमेरिका की निंदा करेंगे। ईरान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी समर्थन मांगा और शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम के अधिकार की रक्षा करने की अपील की। उधर, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन हमलों को बेहद सफल बताया और कहा कि हमने फोर्डो जैसे किलेबंद स्थल को भी नष्ट कर दिया। हमारे बी-2 स्टील्थ बॉम्बर्स ने सटीक निशाना साधा। अमेरिका ने इसके लिए 6 जीबीयू-57 एमओपी बमों का इस्तेमाल किया और नतांज और इस्फहान पर 30 टॉमहॉक मिसाइलें दागी गईं।