
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : आजकल लोग स्वस्थ रहने के लिए चीनी की जगह शुगर फ्री टैबलेट या शुगर फ्री उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं। खासकर जो लोग डायबिटीज़ या वज़न बढ़ने की समस्या से जूझ रहे हैं, वे अक्सर इस कृत्रिम चीनी पर भरोसा करते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, प्राकृतिक चीनी हमेशा अच्छी होती है। आजकल शुगर फ्री डाइट का खूब प्रचार किया जा रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये चीज़ें धीरे-धीरे आपकी सेहत को नुकसान भी पहुँचा सकती हैं?
अगर आप शुगर-फ्री उत्पादों का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो थोड़ा सावधान हो जाइए। अगर आप इनका ज़रूरत से ज़्यादा और बिना जानकारी के इस्तेमाल करेंगे, तो ये आपकी सेहत को फ़ायदा पहुँचाने की बजाय नुकसान पहुँचा सकते हैं। ऐसे में आइए जानें कि कहीं आप शुगर-फ्री उत्पादों का सेवन करके अपनी सेहत से समझौता तो नहीं कर रहे।
शुगर-फ्री के हानिकारक प्रभाव
पाचन तंत्र पर असर - शोध में पाया गया है कि शुगर-फ्री उत्पाद हमारे पाचन तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। इससे भूख कम लगती है और शरीर को ज़रूरी पोषण नहीं मिल पाता।
कमजोरी और ऊर्जा की कमी - चीनी रहित खाद्य पदार्थ भूख कम कर सकते हैं, और जब आपको भूख नहीं लगती है और आपके शरीर को सही कैलोरी नहीं मिलती है, तो आप थका हुआ और कमजोर महसूस कर सकते हैं।
रक्तचाप और हृदय रोग - अगर आपको मधुमेह के साथ-साथ उच्च रक्तचाप की भी समस्या है, तो शुगर-फ्री का इस्तेमाल खतरनाक हो सकता है। इससे रक्तचाप बढ़ सकता है और हृदय रोग का खतरा भी बढ़ सकता है।
कैंसर का खतरा - कई शुगर-फ्री उत्पादों में सैकरीन नामक रसायन होता है, जो शरीर में कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
आंखों पर बुरा असर - लंबे समय तक शुगर-फ्री चीजें खाने वाले ज्यादातर लोगों की आंखों की रोशनी खराब हो सकती है।
क्या शुगर-फ्री खाना फायदेमंद हो सकता है?
आजकल शुगर-फ्री डाइट का चलन बढ़ गया है। लोगों का मानना है कि इससे वज़न कम करने, ब्लड शुगर नियंत्रित रखने और दिल को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। इस डाइट में, मिठाइयाँ, सॉफ्ट ड्रिंक्स, बिस्कुट जैसी सभी मीठी चीज़ें हटा दी जाती हैं और मिठास बनाए रखने के लिए कृत्रिम या प्राकृतिक स्वीटनर जैसे चीनी के विकल्प इस्तेमाल किए जाते हैं।