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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : कई बार लोग घर में मौजूद ज़हर खा लेते हैं, ऐसे में उन्हें बचाने के लिए प्राथमिक उपचार देना ज़रूरी है। वरना मरीज़ की जान भी जा सकती है। आइए जानते हैं ऐसे मामलों में उन्हें क्या देना चाहिए।

ज़हर एक ऐसी चीज़ है जो लगभग हर घर में किसी न किसी रूप में मौजूद होती है। चाहे वो दवाइयाँ हों या कीटनाशक, ये घरों में आम तौर पर पाया जाता है। अक्सर ऐसा होता है कि लोग लड़ाई-झगड़े के दौरान ज़हर खा लेते हैं या कभी-कभी लोग गलती से ज़हर खा लेते हैं। ऐसे में अगर सही इलाज न मिले, तो व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। आइए जानते हैं कि ज़हर खाने पर व्यक्ति को सबसे पहले क्या देना चाहिए।

ज़हर खाने के बाद किसी भी व्यक्ति की मौत ज़हर के प्रकार पर निर्भर करती है। ज़हर किस प्रकार का है और कितने समय पहले खाया गया था। क्योंकि कुछ ज़हर कम ज़हरीले होते हैं और कुछ ज़्यादा ज़हरीले।

ज़हर खाने के बाद किसी भी व्यक्ति की मौत ज़हर के प्रकार पर निर्भर करती है। ज़हर किस प्रकार का है और कितने समय पहले खाया गया था। क्योंकि कुछ ज़हर कम ज़हरीले होते हैं और कुछ ज़्यादा ज़हरीले।

नींद की गोलियाँ, टैबलेट या कैप्सूल जैसे ज़हर सीधे पेट में जाते हैं और कुछ ही देर में असर दिखाने लगते हैं। लेकिन चूहे मारने की दवा, फिनाइल या कपूर की गोलियाँ बहुत खतरनाक साबित होती हैं।

नींद की गोलियाँ, टैबलेट या कैप्सूल जैसे ज़हर सीधे पेट में जाते हैं और कुछ ही देर में असर दिखाने लगते हैं। लेकिन चूहे मारने की दवा, फिनाइल या कपूर की गोलियाँ बहुत खतरनाक साबित होती हैं।

परिस्थितियों के आधार पर इसके प्रभाव दिखाई देने लगते हैं। ज़हर से मृत्यु तभी होती है जब कोई व्यक्ति इसका अधिक मात्रा में सेवन कर लेता है। ऐसी स्थिति में पीड़ित को बचाने के लिए प्राथमिक उपचार आवश्यक है।

परिस्थितियों के आधार पर इसके प्रभाव दिखाई देने लगते हैं। ज़हर से मृत्यु तभी होती है जब कोई व्यक्ति इसका अधिक मात्रा में सेवन कर लेता है। ऐसी स्थिति में पीड़ित को बचाने के लिए प्राथमिक उपचार आवश्यक है।

आमतौर पर, कोई रोगी किसी विषैले पदार्थ का सेवन करने के बाद उल्टी कर देता है, लेकिन यदि उसे उल्टी नहीं हो रही है, तो उल्टी कराना आवश्यक होता है।

आमतौर पर, कोई रोगी किसी विषैले पदार्थ का सेवन करने के बाद उल्टी कर देता है, लेकिन यदि उसे उल्टी नहीं हो रही है, तो उल्टी कराना आवश्यक होता है।

इसके लिए सबसे पहले राई को पीसकर पानी में मिलाकर चम्मच से रोगी को पिलाएं।कुछ देर बाद रोगी को उल्टी आ जाएगी।

इसके लिए सबसे पहले राई को पीसकर पानी में मिलाकर चम्मच से रोगी को पिलाएं।कुछ देर बाद रोगी को उल्टी आ जाएगी।

अगर राई उपलब्ध न हो तो एक गिलास पानी में एक मुट्ठी नमक मिलाकर रोगी को पिला दें। इससे भी रोगी को कुछ देर बाद उल्टी आ जाएगी।

अगर राई उपलब्ध न हो तो एक गिलास पानी में एक मुट्ठी नमक मिलाकर रोगी को पिला दें। इससे भी रोगी को कुछ देर बाद उल्टी आ जाएगी।

डॉक्टरों के अनुसार, किसी व्यक्ति को तब तक उल्टी नहीं करवानी चाहिए जब तक डॉक्टर ऐसा करने के लिए न कहे। अगर व्यक्ति खुद ही उल्टी कर दे, तो उसका मुँह साफ़ करने की कोशिश करें और उसे तुरंत नज़दीकी डॉक्टर के पास ले जाएँ।

डॉक्टरों के अनुसार, किसी व्यक्ति को तब तक उल्टी नहीं करवानी चाहिए जब तक डॉक्टर ऐसा करने के लिए न कहे। अगर व्यक्ति खुद ही उल्टी कर दे, तो उसका मुँह साफ़ करने की कोशिश करें और उसे तुरंत नज़दीकी डॉक्टर के पास ले जाएँ।