लखनऊ। अमेठी में केंद्रीय मंत्री और बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी के खिलाफ आम मतदाताओं में जबरदस्त गुस्सा दिख रहा है। क्षेत्र के युवाओं का कहना है कि स्मृति के आने से यहां का विकास अवरुद्ध हो गया है। अमेठी सीट पर असरदार माना जाने वाले क्षत्रिय समाज के लोग स्मृति ईरानी के खिलाफ जगह जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। बीजेपी को वोट न देने की शपथ ले रहे हैं। इन हालातों में स्मृति ईरानी की मुश्किलें बढ़नी तय है।
उल्लेखनीय है कि विभिन्न कारणों से क्षत्रिय समाज सत्तारूढ़ बीजेपी से नाराज चल रहा है। राजस्थान और उत्तर प्रदेश समेत कई प्रदेशों में समाज के लोगों ने पंचायत कर बीजेपी को सबक सिखाने का ऐलान किया। करणी सेना के लोग अमेठी में घूम-घूम कर लोगों को इस इस बार बीजेपी को वोट न देने की शपथ दिलवा रहे हैं। अगर अमेठी की बात करें तो कुछ समय पहले कांग्रेस नेता दीपक सिंह के खिलाफ दर्ज मुकदमों के चलते क्षत्रिय बिरादरी बीजेपी सरकार से नाराज हैं।
इसी तरह करणी सेना बीजेपी पर महिलाओं का सम्मान न करने का आरोप लगा रही है। करनी सेना के अध्यक्ष महिपाल सिंह ने गत दिनों कहा था महिआलों का सम्मान न करने वाली पार्टी का हम उसका विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी उम्मीदवार अगर महिला का अपमान करता है तो पार्टी मुखिया और शीर्ष नेतृत्व अपना मुंह नहीं खोलते हैं। इसलिए हमने बीजेपी के हर नेता का विरोध करने की शपथ ली है।
महिपाल सिंह का कहना है कि देश का प्रधान मुखिया महिला सम्मान पर एक शब्द नहीं बोलता है, इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। बीजेपी ने हमें मजदूर बनाकर रखा है। स्मृति ईरानी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि एक सांसद महिला होकर महिला सम्मान के ऊपर बात नहीं करती है, संसद में महिलाओं को लेकर कोई मुद्दा नहीं उठाती है।