लखनऊ। लोकसभा चुनाव के पांच चरणों के बाद उत्तर प्रदेश की सियासी जंग अब और दिलचस्प हो गई है। प्रदेश में अभी दो और चरणों में 27 सीटों पर मतदान होना बाकी है। इन शेष सीटों पर क्रमशः छठवें और सातवें चरण में मतदान होगा। इस बीच जनसत्ता दल लोकतांत्रिक प्रमुख रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया सियासी चर्चा के केंद्र में हैं। कहा जा रहा है कि राजा भैया करीब आधा दर्जन सीटों पर बीजेपी का खेल बिगाड़ रहे हैं। इसमें अब एक सीट मिर्जापुर भी जुड़ गयी है।
उल्लेखनीय है कि प्रतापगढ़, कौशांबी, अमेठी, फूलपुर और इलाहाबाद में मतदाता राजा भैया की अपील के आधार पर मतदान करते हैं। राजा भइया इन सीटों पर जिसका समर्थन कर देते हैं उस प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित हो जाती है। इन सीटों में कौशांबी में पांचवें चरण में मतदान हो चुका है। प्रतापगढ़, अमेठी और इलाहाबाद में छठें चरण में 25 मई को मतदान होना है। अब माना जा रहा है कि इस बार राजा भैया मिर्जापुर में भी अपनी सियासी एंट्री करेंगे।
दरअसल, पिछले दिनों कौशांबी लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी विनोद सोनकर के समर्थ में एक सभा में केंद्रीय मंत्री और अपना दल (एस) नेता अनुप्रिया पटेल ने राजा भैया खिलाफ बयान दिया था। राजा भैया ने उसपर पलटवार भी किया था। अनुप्रिया के बयान से राजा भैया सर्थकों में आक्रोश है। अब राजा भैया मिर्जापुर में अनुप्रिया पटेल के लिए बढ़ी मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक मिर्जापुर में राजा भैया अनुप्रिया पटेल के खिलाफ चुनाव प्रचार कर सकते हैं। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के मिर्जापुर के जिला अध्यक्ष संजू मिश्रा ने कहा है कि अनुप्रिया पटेल के बयान से आम जनता आहत है। समाजवादी पार्टी में भी इस बात की चर्चा है कि राजा भैया की पार्टी के लोग मिर्जापुर पहुंच चुके हैं। अब बदली हुई परिस्थितियों में अनुप्रिया के लिए अपनी सीट बचाना मुश्किल हो जाएगा।