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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बिहार के गया जिले में स्थित श्री बाबा मनोकामना महादेव मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का एक प्रमुख केंद्र है। यह मंदिर अपनी विशेष महत्ता के लिए जाना जाता है, जहां ऐसी मान्यता है कि सच्चे मन से की गई पूजा-अर्चना से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यही कारण है कि यह मंदिर दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है।

यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और विशेषकर सावन के महीने में यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। स्थानीय लोगों के साथ-साथ पड़ोसी जिलों और राज्यों से भी श्रद्धालु यहां आते हैं, खासकर सोमवार और अन्य शुभ अवसरों पर। मंदिर का वातावरण भक्तिमय रहता है और 'जय भोलेनाथ' के जयकारों से गूंजता रहता है।

मंदिर की मान्यता यह है कि जो भी भक्त यहां आकर शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं और अपनी मनोकामना व्यक्त करते हैं, बाबा भोलेनाथ उनकी इच्छाओं को पूर्ण करते हैं। भक्तों द्वारा चढ़ाई जाने वाली सामग्री में बेलपत्र, दूध, धतूरा, भांग और फल-फूल शामिल होते हैं।

मंदिर प्रबंधन ने भक्तों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की हैं, खासकर भीड़भाड़ वाले दिनों में। सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं ताकि सभी श्रद्धालु शांतिपूर्ण तरीके से दर्शन और पूजा कर सकें। इस मंदिर का धार्मिक महत्व इतना गहरा है कि यह केवल एक पूजा स्थल नहीं, बल्कि भक्तों की आशा और विश्वास का प्रतीक बन गया है।

गया, जो अपने पितृपक्ष मेले और बौद्ध विरासत के लिए भी प्रसिद्ध है, में स्थित यह शिव मंदिर स्थानीय धार्मिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।