
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पश्चिम चंपारण जिले में किसानों के लिए खुशखबरी है। प्रसिद्ध मर्चा धान को जीआई (भौगोलिक संकेत) टैग मिलने के बाद, राज्य सरकार अब इसकी खेती को विशेष प्रोत्साहन देने जा रही है। कृषि विभाग की पहल के तहत, जिले के किसानों को प्रति एकड़ 4000 रुपये का अनुदान दिया जाएगा।
इस संबंध में जिला कृषि पदाधिकारी प्रवीण कुमार राय ने सरकार को प्रस्ताव भेजा है, जिसकी स्वीकृति मिलने पर किसानों को यह लाभ मिलेगा। इस वर्ष जिले में करीब दो हजार किसान लगभग 1000 एकड़ भूमि पर मर्चा धान की खेती कर रहे हैं। जीआई टैग मिलने से पहले जिले में इसकी खेती मात्र 700 एकड़ भूमि पर होती थी, जिसमें करीब 1500 किसान जुड़े थे।
मर्चा धान की वैश्विक मांग को देखते हुए राज्य सरकार खेती के क्षेत्रफल और उत्पादकता दोनों को बढ़ाने के प्रयास कर रही है। इस साल मर्चा धान की बाजार में कीमत बढ़कर 5500 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई है।
किसानों की बीज संबंधी समस्या को देखते हुए विभाग बीज उत्पादन के लिए भी विशेष योजनाएं चला रहा है। किसानों को बीज उत्पादन के लिए प्रत्यक्षण (डिमॉन्स्ट्रेशन) का भी लाभ दिया जाएगा, जिससे मर्चा धान के बीज की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।
स्थानीय किसान आनंद सिंह, लक्ष्मी कुशवाहा, राजीव प्रसाद जैसे कई किसानों ने बताया कि बीज की कमी से उन्हें खेती में मुश्किलें हो रही हैं। सरकार की इस नई पहल से न केवल उत्पादन बढ़ेगा बल्कि किसानों को आर्थिक लाभ भी मिलेगा।